अन्य खबरेंजेल अभिरक्षा में नितेश विरानी की मौत, परिजनों ने मौत पर उठाये...

जेल अभिरक्षा में नितेश विरानी की मौत, परिजनों ने मौत पर उठाये सवाल, जेल प्रशासन पर लगाया प्रताड़ना का आरोप, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से न्यायिक जांच की मांग, दोषियों पर हो कार्यवाही

चांपा। जेल कस्टडी में उपचार उपरांत कदम चौक निवासी नितेश विरानी की संदिग्ध मौत हो गई है.नितेश की मौत के बाद परिजन इसे लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं, साथ ही परिजनों एवं समाज ने उच्चस्तरीय कमेटी बनाकर संपूर्ण घटना की न्यायिक जांच की मांग की है, मामला न्यायालय में विचाराधीन है उसके बाद भी जेल प्रशासन की प्रताड़ना व लापरवाही से युवक की मौत कैसे हो गई यह जांच का विषय बना हुआ है।

*परिजनों ने पुलिस कार्यवाही एवं जेल प्रशासन पर उठाये सवाल-*

जिस केस में आरोपी को बंदी बनाया गया था वह संपूर्ण लेनदेन प्रक्रिया में केवल गवाह था उसके बाद भी उसे मुख्य आरोपियों के रूप एफआईआर में बिना वैध साक्ष्य नामदर्ज किया, परिजनों ने जेल प्रशासन के ऊपर सवालिया निशान उठाते हुए मांग की है कस्टडी में आरोपी के मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। परिजनों का कहना है कि जब वो घटना दो रोज पूर्व जेल में मिलने गए थे तब वह बिल्कुल स्वस्थ्य था, अचानक उनकी मौत को लेकर परिजन संदेह व्यक्त कर रहे हैं, परिजनों ने मामले में जेल प्रशासन की प्रताड़ना से हुई मौत पर उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है।

*परिजनों ने इन बिंदुओं पर जांच की मांग की है -*

जेल अभिरक्षा में प्रताड़ना से मौत कैसे हुई, ईलाज दौरान नितेश के शरीर में चोटों के निशान किन परिस्थितियों में कैसे हुई, बीमारी की सूचना जेल प्रशासन द्वारा परिजनों को क्यों नहीं दी गई,जिला अस्पताल में भर्ती की सूचना अन्य बाहरी लोगों से प्राप्त हुई, जेल प्रशासन की प्रताड़ना से घायल युवक द्वारा निरंतर अपने बिगड़ी तबियत की एवं बेचैनी की जानकारी बैरक में तैनात सुरक्षा व्यवस्था पहरी को दी जाती रही उसके बाद भी समय में उपचार ईलाज में कोताही बरती गई, जिला अस्पताल में भी समुचित ईलाज की सुविधा नहीं मिली, जिला अस्पताल में डिस्चार्ज के बाद भी बीमार व्यक्ति के उपचार छोड़ कागजी कार्यवाही के लिए 3 घंटे तक अनावश्यक विलंब किया गया। जेल प्रशासन द्वारा जिला अस्पताल से डिस्चार्ज उपरांत पुनः कागजी कार्यवाही के लिए पुनः एम्बुलेंस को जेल बुलाकर प्रताड़ना दी गई, पुलिस/जेल प्रशासन की संपूर्ण कार्यवाही पर सभी तथ्यों पर बारिकी से न्यायिक जांच की जाये, संपूर्ण घटना चक्र का वीडियो फुटेज, डॉक्टरी जांच विवरण एवं पोस्टमार्टम की रिपोर्ट परिजनों को सौंपा जाये, शव परिजनों को सौंपे जाने पर विलंब और उपस्थित पुलिसकर्मियों द्वारा परिजनों से दुर्व्यवहार, सिंधु समाज ने की आश्रितों को मुआवजे व बेटियों की शिक्षा मांग की है।

*पूज्य सिंधी पंचायत की शासन/प्रशासन से मांग-*

पूज्य सिंधी पंचायत व सिंधु युवा सेवा समिति ने पगड़ी रस्म उपरांत जेल प्रशासन पर अपना आक्रोश जताते हुवे नितेश विरानी के परिजनों को न्याय की मांग की है जिसमें, नितेश विरानी की जेल अभिरक्षा में हुई मौत का निष्पक्ष न्यायिक जांच हो, आश्रित को सरकारी नौकरी मिले, बच्चों की निःशुल्क शिक्षा की गारंटी, आश्रित पत्नी एवं दो मासूम छोटी बेटियों की पालन/पोषण हेतु 50-50 लाख की आर्थिक मुवावजे दिया जाय।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest News

चांपा। जेल कस्टडी में उपचार उपरांत कदम चौक निवासी नितेश विरानी की संदिग्ध मौत हो गई है.नितेश की मौत के बाद परिजन इसे लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं, साथ ही परिजनों एवं समाज ने उच्चस्तरीय कमेटी बनाकर संपूर्ण घटना की न्यायिक जांच की मांग की है, मामला न्यायालय में विचाराधीन है उसके बाद भी जेल प्रशासन की प्रताड़ना व लापरवाही से युवक की मौत कैसे हो गई यह जांच का विषय बना हुआ है। *परिजनों ने पुलिस कार्यवाही एवं जेल प्रशासन पर उठाये सवाल-* जिस केस में आरोपी को बंदी बनाया गया था वह संपूर्ण लेनदेन प्रक्रिया में केवल गवाह था उसके बाद भी उसे मुख्य आरोपियों के रूप एफआईआर में बिना वैध साक्ष्य नामदर्ज किया, परिजनों ने जेल प्रशासन के ऊपर सवालिया निशान उठाते हुए मांग की है कस्टडी में आरोपी के मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। परिजनों का कहना है कि जब वो घटना दो रोज पूर्व जेल में मिलने गए थे तब वह बिल्कुल स्वस्थ्य था, अचानक उनकी मौत को लेकर परिजन संदेह व्यक्त कर रहे हैं, परिजनों ने मामले में जेल प्रशासन की प्रताड़ना से हुई मौत पर उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है। *परिजनों ने इन बिंदुओं पर जांच की मांग की है -* जेल अभिरक्षा में प्रताड़ना से मौत कैसे हुई, ईलाज दौरान नितेश के शरीर में चोटों के निशान किन परिस्थितियों में कैसे हुई, बीमारी की सूचना जेल प्रशासन द्वारा परिजनों को क्यों नहीं दी गई,जिला अस्पताल में भर्ती की सूचना अन्य बाहरी लोगों से प्राप्त हुई, जेल प्रशासन की प्रताड़ना से घायल युवक द्वारा निरंतर अपने बिगड़ी तबियत की एवं बेचैनी की जानकारी बैरक में तैनात सुरक्षा व्यवस्था पहरी को दी जाती रही उसके बाद भी समय में उपचार ईलाज में कोताही बरती गई, जिला अस्पताल में भी समुचित ईलाज की सुविधा नहीं मिली, जिला अस्पताल में डिस्चार्ज के बाद भी बीमार व्यक्ति के उपचार छोड़ कागजी कार्यवाही के लिए 3 घंटे तक अनावश्यक विलंब किया गया। जेल प्रशासन द्वारा जिला अस्पताल से डिस्चार्ज उपरांत पुनः कागजी कार्यवाही के लिए पुनः एम्बुलेंस को जेल बुलाकर प्रताड़ना दी गई, पुलिस/जेल प्रशासन की संपूर्ण कार्यवाही पर सभी तथ्यों पर बारिकी से न्यायिक जांच की जाये, संपूर्ण घटना चक्र का वीडियो फुटेज, डॉक्टरी जांच विवरण एवं पोस्टमार्टम की रिपोर्ट परिजनों को सौंपा जाये, शव परिजनों को सौंपे जाने पर विलंब और उपस्थित पुलिसकर्मियों द्वारा परिजनों से दुर्व्यवहार, सिंधु समाज ने की आश्रितों को मुआवजे व बेटियों की शिक्षा मांग की है। *पूज्य सिंधी पंचायत की शासन/प्रशासन से मांग-* पूज्य सिंधी पंचायत व सिंधु युवा सेवा समिति ने पगड़ी रस्म उपरांत जेल प्रशासन पर अपना आक्रोश जताते हुवे नितेश विरानी के परिजनों को न्याय की मांग की है जिसमें, नितेश विरानी की जेल अभिरक्षा में हुई मौत का निष्पक्ष न्यायिक जांच हो, आश्रित को सरकारी नौकरी मिले, बच्चों की निःशुल्क शिक्षा की गारंटी, आश्रित पत्नी एवं दो मासूम छोटी बेटियों की पालन/पोषण हेतु 50-50 लाख की आर्थिक मुवावजे दिया जाय।
error: Content is protected !!