बिलासपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित समर कैम्प उमंग 2023के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ उज्वला कराडे ने कहां की जब अपने कहे मुताबिक कार्य नहीं होता है तो गुस्सा आता है। लेकिन गुण का रहस्य भी उसी में छिपा होता है। मन में जो आक्रोश है, जिज्ञासा है, उसे कन्ट्रोल करने से ही व्यक्तित्व का विकास होता है। उन्होंने ब्रह्माकुमारी बहनों के लिये कहा कि वे सबकुछ त्याग करके अच्छे राह पर चलने के लिये प्रेरित करती है। और उन्होनें कहा कि पैसा कमाना बुरी बात नहीं है लेकिन नैतिक मूल्यों को नहीं छोड़ना चाहिए ।
इस अवसर गीतांजलि सिटी सेंटर की मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी अनामिका दीदी जी ने विद्यार्थियों के अन्दर छिपी हुई आन्तरिक प्रतिभाओं को उजागर करने, समय की महत्ता को समझने और कर्तव्यनिष्ठ बनाने पर जोर देते हुये कहा कि विद्यार्थी जीवन ऐसा जीवन होता है जहाँ पर अपने जीवन की नींव को बहुत मजबूत और अपने संस्कारों को दिव्य बना सकते हैं।
वास्तव में संसार उनको ही याद करता हैं जो दूसरों के काम आता है। डॉ उज्वला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहां की बच्चों को अपनी विषेषताओ को पहचानने और जानने के लिये समर कैंप का यह 7दिन आप बच्चों के लिये बहुत विषेष है। इन 7 दिनों में आप लोग यहाँ से ऐसी कला सीखो जो भविष्य में उच्च पद पर आसीन होकर अपने माता-पिता एवं जिले सहित प्रदेश एवं देश का नाम रोशन करें। इस दौरान देवेंद्र कुर्रे ने कहा कि शिक्षा का उद्देष्य पैसा कमाना नहीं हैं बल्कि अच्छा इंसान बनना है। क्योंकि आज के बच्चे बाहर पढ़ने के लिये जाते हैं वहाँ से वापिस आकर अपने रिष्तेदारों और आस- पड़ोस के लोगों को पहचानते नहीं हैं।
जिससे आपस में बहुत दुरियाँ बढ़ती जा रही हैं। इन सब दूरियों को मिटाने के लिये ब्रह्माकुमारी संस्था में मूल्यनिष्ठ ज्ञान दिया जा रहा है जिसको ध्यान से सुनने और जीवन में धारण करने से निष्चित रूप से संस्कारवान बनेंगे। ब्लॉक अध्यक्ष एस के गोयल ने कहा कि बच्चों को अच्छा संस्कारवान, बनाने के लिये माता- पिता को अच्छे व्यक्तित्व वाले लोगों का फोटो घर में रखना चाहिये और अच्छे किताबों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इधर समर कैंप का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ उज्वला के द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात अतिथियों को बैच एवं मोमोन्टों से सम्मानित किया गया।