बिलासपुर। डी.पी. विप्र महाविद्यालय में पं. रामनारायण शुक्ल जयंती एवं उत्कृष्ट महिला सशक्तिकरण सम्मान कार्यक्रम रखा गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. बंशगोपाल सिंह कुलपति पं. सुंदरलाल शर्मा वि.वि. बिलासपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह अवसर विशिष्ट अवसर है छ.ग. आने पर बिलासपुर के डी.पी. विप्र महाविद्यालय के प्रशासन समिति के अध्यक्ष रामनाराण शुक्ल से पहली बार मुलाकात हुई। शुक्ला जी एक कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति थे। जमीन से जुड़कर ही उन्नति होती है तथा संघर्ष हमेंशा हमें प्रेरण देता है। संघर्ष के बिना तरक्की संभव नहीं है। कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए अनुराग शुक्ला अध्यक्ष प्रशासन समिति ने कहा कि पं. रामनारायण शुक्ल जयंती के अवसर पर विभिन्न क्षेत्र में परचम लहराने वाले उत्कृष्ट महिला सशक्तिकरण सम्मान प्राप्त होने पर बधाई दी। राजकुमार अग्रवाल सदस्य प्रशासन समिति ने पं. रामनारायण शुक्ल जयंती के अवसर पर शुक्ला जी द्वारा कठिनाईयों से आगे बढ़ने की प्रेरणा हम सबको मिली है तथा शिक्षा को लोकतांत्रिक रूप से साहसिक निर्णय लेने में क्षमता विकसित करने की बात कही है। संस्था के प्राचार्य डॉ. श्रीमती अंजू शुक्ला ने अपने उद्बोधन में पं. रामनारायण शुक्ल जी के व्यक्तित्व को बताते हुए कहा कि शुक्ल जी हमेशा महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रोत्साहित करना तथा महिलाओें को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते थे शुक्ला जी के कारण महाविद्यालय में कम्प्यूटर विभाग पूरे छ.ग. का सबसे उत्कृष्ट विभाग है। हमारे महाविद्यालय को 46 गोल्ड मेडल मिल चुंका है। इस अवसर पर डॉ. एम.एस. तंबोली द्वारा लिखी गई पुस्तक लोकप्रशासन का विमोचन किया गया। नैक में ए ग्रेड मिलने पर शिक्षण समिति के अध्यक्ष अनुराग शुक्ला, राजकुमार अग्रवाल, सुभाष मिश्रा, जी.पी. कौशिक, अरूणा शुक्ला , नंदकिशोर तिवारी, सुश्री शीला तिवारी, नरेंद्र कछवाहा, दिनेश पांडेय, सुरेंद्र पांडेय, प्रकाश नारायण शुक्ला, धीरेन्द्र मिश्रा, डॉ. अन्नू भाई सोनी, डॉ. विभा मिश्रा, डॉ. श्रीमती अंजू शुक्ला का सम्मान किया गया। उत्कृष्ट महिला सशक्तिकरण सम्मान डॉ. श्रीमती सुनंदा तिजारे पूर्व प्राचार्य डी.पी. विप्र महाविद्यालय, डॉ. संजना तिवारी संजीवनी हास्पिटल बिलासपुर , श्रीमती सुलभाताई देशपांडेंय (समाजसेवा), श्रीमती दुर्गाकिरण पटेल, (पुलिस विभाग), , प्रो. किरण दुबे, प्रो. शिखा पाण्डेय, श्रीमती सृष्टि कांस्कर को शॉल, श्रीफल एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. एम.एस. तंबोली एवं आभार प्रदर्शन डॉ. रीचा हाण्डा द्वारा किया गया।