चांपा। मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा उन्मुखीकरण का दो दिवसीय प्रशिक्षण बीआरसी कार्यालय बम्हनीडीह में किया गया। प्रशिक्षण में विकासखंड के सभी प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी के एक एक शिक्षकों को प्रशिक्षण की बारीकियों से अवगत कराकर उन्हें प्रशिक्षित किया गया। आपदा के पूर्व की तैयारी व कार्य योजना तैयारी कर स्कूलो में छात्रों की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के लिए पहले से तैयार रहने के लिए मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा योजना संचालित की जा रही है। प्रशिक्षण का शुभारम्भ विकासखंड स्रोत समन्वयक हिरेन्द्र बेहार, मास्टर ट्रेनर आर के सोनी, धरमदास मानिकपुरी, डॉ उमेश दुबे के द्वारा किया गया। बीईओ एम डी दीवान ने प्रथम दिवस सभी शिक्षको को मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा एवं व्यक्तिगत सुरक्षा के उद्देश्यों से अवगत कराते हुए कहा कि छात्रों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है वे सुरक्षित वातवारण में रहकर सीखे उनकी सुरक्षा के लिए सुरक्षित मानक तैयार करना है। उन्होंने सभी शिक्षको से कहा कि यहाँ से जो प्रशिक्षण मिल रहा है उसका क्रियांवयन स्कूलों में करें तभी प्रशिक्षण की सार्थकता बनी रहेगी। स्कूलों में सुरक्षा के बेहतर क्रियांवयन के साथ साथ साफ सफाई भी दुरुस्त रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान यदि कमी पायी गयी तो सम्बधित संस्था प्रमुख पर कार्रवाई की जाएगी। बीआरसी हिरेन्द्र बेहार द्वारा शाला सुरक्षा से सम्बंधित जलवायु परिवर्तन के न्यूनीकरण के लिए ऊर्जा सरंक्षण, पौधरोपण, किचन गार्डन, ग्रीन स्कूल, परिवहन से जुड़ी पहल, स्वच्छता एवं साफ सफाई के संबंध में जानकारी दी गई। शाला आपदा प्रबंधन गठन प्रक्रिया, वज्रपात एवं उनसे बचाव की जानकरी दी। मास्टर ट्रेनर आर के सोनी एवं धरमदास मानिकपुरी ने बाढ़ एवं खतरों से बचाव के उपाय, बाल यौन दुर्व्यवहार से सरंक्षण के संबंध में तथा बच्चों की सुरक्षा के लिए पॉस्को एक्ट के धाराओं की जानकारी दी। गढ़बो नव छत्तीसगढ़ के प्रभारी उमेश दुबे ने पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं उपाय, आगजनी के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान एपीसी हरिराम जायसवाल, परमेश्वर स्वर्णकार, बीआरसी बलौदा अर्जुन सिंह क्षत्रिय ने भी शिक्षको को प्रशिक्षण आवश्यकता से अवगत कराया और क्रियान्वयन की बात कही।