छत्तीसगढकोरबाबांगो थाने के एएसआई की हत्या का आरोपी गिरफ्तार, मामूली बात बनी...

बांगो थाने के एएसआई की हत्या का आरोपी गिरफ्तार, मामूली बात बनी हत्या का कारण, जाने कैसे…

कोरबा। कोरबा जिला के बांगो थाना परिसर के पुलिस बैरक में घुसकर एएसआई की हत्या के मामले को पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया हैं। आरोपी को पहले एएसआई ने शराब के प्रकरण में गिरफ्तार कर जेल भेजा था, तभी से वह एएसआई से रंजीश रखता था। होली के दिन आरोपी के घर के बाहर से डीजे जब्त करना आग घी डालने का काम किया और उसने एएसआई की हत्या कर दी।

गौरतलब हैं कि कोरबा जिला के बांगो थाना क्षेत्र में 9 मार्च को थाना परिसर में बने पुलिस आवासीय कालोनी में एएसआई नरेन्द्र सिंह परिहार की लहूलुहान हालत में बैरक के अंदर लाश मिली थी। पुलिस थाना परिसर हुए इस हत्याकांड के बाद पुलिस के भी होश उड़ गये थे। इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए एसपी यू.उदय किरण ने पुलिस टीम गठित कर मामले की बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए थे। एएसआई के अंधे कत्ल के इस मामले में अज्ञात आरोपी की पतासाजी के लिए सयुंक्त सायबर टीम मामले की बारीकी से जांच कर रही थी।

साइबर टीम द्वारा घटना का समय रात 12 बजे से सुबह 06ः30 बजे के बीच का होने से उस समय का तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था। जिसमें संदेही के रूप में करण गिरी को संदेही के रूप में पहचान की। इसके बाद संदेही करण गिरी को हिरासत में लेकर जब पुलिस ने पूछताछ शुरू किया गया,तो पहले तो आरोपी ने घटना करने से इंकार कर दिया। इसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी करण गिरी टूट गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि एएसाई नरेन्द्र सिंह परिहारने दिसम्बर महीने में उसे शराब के प्रकरण में जेल भेज दिया था। इस मामले में करीब 15-20 दिन जेल में रहने के बाद आरोपी करण गिरी जेल से बाहर निकला था। इसके बाद 8 मार्च को होली के दिन मोहल्ले में डीजे बजाकर त्योहार मनाया जा रहा था।

तभी थाना से एएसआई नरेन्द्र सिंह परिहार ने मौके पर पहुंचकर रात 09ः30 बजे डीजे बंद कराकर डीजे को जब्ती बनाकर थाना ले गया। इसके बाद दूसरे दिन 9 मार्च की रात 9ः30 बजे तक पुलिस कर्मी डीजे बजाकर होली मना रहे थे जो आरोपी को बर्दाश्त नही हुआ। फिर उसने देर रात एएसआई के घर पर हत्या के मंशा से पहुंच गया। आरोपी ने कमरे का दरवाजा खटखटाया, जैसे ही एएसआई परिहार ने दरवाजा खोला आरोपी ने उस पर टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर मौके से भाग गया। इस हत्याकांड के बाद आरोपी गांव के नदी के पास झाड़ी में टंगिया को छिपा दिया। जिसे आरोपी के निशानदेही पर जप्त किया गया। इस पूरे मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने एएसआई के अंधे कत्ल के मामले में हत्यारे को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest News

कोरबा। कोरबा जिला के बांगो थाना परिसर के पुलिस बैरक में घुसकर एएसआई की हत्या के मामले को पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया हैं। आरोपी को पहले एएसआई ने शराब के प्रकरण में गिरफ्तार कर जेल भेजा था, तभी से वह एएसआई से रंजीश रखता था। होली के दिन आरोपी के घर के बाहर से डीजे जब्त करना आग घी डालने का काम किया और उसने एएसआई की हत्या कर दी। गौरतलब हैं कि कोरबा जिला के बांगो थाना क्षेत्र में 9 मार्च को थाना परिसर में बने पुलिस आवासीय कालोनी में एएसआई नरेन्द्र सिंह परिहार की लहूलुहान हालत में बैरक के अंदर लाश मिली थी। पुलिस थाना परिसर हुए इस हत्याकांड के बाद पुलिस के भी होश उड़ गये थे। इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए एसपी यू.उदय किरण ने पुलिस टीम गठित कर मामले की बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए थे। एएसआई के अंधे कत्ल के इस मामले में अज्ञात आरोपी की पतासाजी के लिए सयुंक्त सायबर टीम मामले की बारीकी से जांच कर रही थी। साइबर टीम द्वारा घटना का समय रात 12 बजे से सुबह 06ः30 बजे के बीच का होने से उस समय का तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था। जिसमें संदेही के रूप में करण गिरी को संदेही के रूप में पहचान की। इसके बाद संदेही करण गिरी को हिरासत में लेकर जब पुलिस ने पूछताछ शुरू किया गया,तो पहले तो आरोपी ने घटना करने से इंकार कर दिया। इसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी करण गिरी टूट गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि एएसाई नरेन्द्र सिंह परिहारने दिसम्बर महीने में उसे शराब के प्रकरण में जेल भेज दिया था। इस मामले में करीब 15-20 दिन जेल में रहने के बाद आरोपी करण गिरी जेल से बाहर निकला था। इसके बाद 8 मार्च को होली के दिन मोहल्ले में डीजे बजाकर त्योहार मनाया जा रहा था। तभी थाना से एएसआई नरेन्द्र सिंह परिहार ने मौके पर पहुंचकर रात 09ः30 बजे डीजे बंद कराकर डीजे को जब्ती बनाकर थाना ले गया। इसके बाद दूसरे दिन 9 मार्च की रात 9ः30 बजे तक पुलिस कर्मी डीजे बजाकर होली मना रहे थे जो आरोपी को बर्दाश्त नही हुआ। फिर उसने देर रात एएसआई के घर पर हत्या के मंशा से पहुंच गया। आरोपी ने कमरे का दरवाजा खटखटाया, जैसे ही एएसआई परिहार ने दरवाजा खोला आरोपी ने उस पर टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर मौके से भाग गया। इस हत्याकांड के बाद आरोपी गांव के नदी के पास झाड़ी में टंगिया को छिपा दिया। जिसे आरोपी के निशानदेही पर जप्त किया गया। इस पूरे मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने एएसआई के अंधे कत्ल के मामले में हत्यारे को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया हैं।
error: Content is protected !!