छत्तीसगढक्या ऐसे चल रही निजात अभियान? पचपेड़ी सहित आसपास गांवो में धड़ल्ले...

क्या ऐसे चल रही निजात अभियान? पचपेड़ी सहित आसपास गांवो में धड़ल्ले से बिक रही अवैध शराब

बिलासपुर।  जिले के पचपेड़ी थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से शराब,अवैध रूप से बिक रहा है, कार्यवाही नहीं होने के कारण बड़े पैमाने पर अवैध शराब का कारोबार चल रहा है पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम मनवा,बेल्हा,सबरिया डेरा लोहर्सी,सोनसरी में भट्ठी चढ़ा कर कच्ची महुआ शराब निकाला जाता है जिसे इन गांवों के अलावा क्षेत्र के दर्जनों गांवों में सप्लाई कर बेचा जा रहा है। सुकुलकारी,धुर्वाकारी,पचपेड़ी, पताई सहित दर्जनों गांवों में कच्ची महुआ शराब व अंग्रेजी,देशी प्लेस शराब अवैध रूप से बड़ी मात्रा में बिक रही है। फिर भी पचपेड़ी पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर पा रही है।

नही दिख रहा निजात अभियान का असर

बिलासपुर पुलिस नशे के खिलाफ जिले भर में निजात अभियान चला रही है और सार्वजनिक रूप से नशे का सेवन करने वाले,अवैध रूप से नशीली सामग्रीओ की बिक्री,अवैध शराब की बिक्री करने वालों पर कड़ी कार्यवाही कर रही है। नशे के खिलाफ कार्यवाही को लेकर एसपी संतोष कुमार सिंह का सख्त आदेश है। लेकिन पचपेड़ी पुलिस की निष्क्रियता से क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री में एकाएक से बढ़ोतरी हो गई है जिससे पचपेड़ी थाना क्षेत्र में निजात अभियान का कोई असर नहीं दिख रहा है।

शराब कोचियों पर क्यो नही हो रही कार्यवाही

सूत्रों की माने तो विगत कई वर्षों से पचपेड़ी थाना क्षेत्र में लोग अवैध रूप से कच्ची महुआ शराब निकाल कर बेच रहे हैं। शराब कोचिया हर माह इसकी मोती रकम पुलिस थाने में चुकाते हैं यही कारण है कि शराब की अवैध बिक्री पर कोई कार्यवाही नहीं हो रहा है। नाम नही बताने के शर्त पर एक ने बताया कि शराब बेचने वालों में से जो थाने में पैसा देता है उस पर कोई कार्यवाही नहीं होती। जो नही देता है उस पर ही कार्यवाही होती है।

महुआ शराब पीने से कई लोगों की हो चुकी है मौत

जहरीले महुआ शराब पीने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। दरअसल,महुआ के साथ शीरे के तौर पर गुड़ का इस्तेमाल करके देसी या कच्ची शराब बनाई जाती है। मगर ज्यादा मुनाफा कमाने व अधिक नशीली बनाने के चक्कर में धंधेबाज यूरिया या नौसादर मिला देते हैं। अगर इसकी मात्रा थोड़ी भी अधिक हो जाती है तो यह जहर बन जाता है।

पूर्व में मिले थे मध्यप्रदेश का शराब

अन्य प्रदेशों के शराब को खपाने का कई मामला सामने आया है जिला आबकारी विभाग की टीम ने मध्यप्रदेश नान ड्यूटी पेड 18 बॉटल गोआ शराब के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। पचपेड़ी थाने से कुछ ही दूरी पर मध्यप्रदेश के 7 पेटी गोआ शराब को आबकारी विभाग ने जप्त किया था जिसके बाद उस वक्त के थाना प्रभारी पर विभागीय कार्यवाही की गाज गिरी थी

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बिलासपुर।  जिले के पचपेड़ी थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से शराब,अवैध रूप से बिक रहा है, कार्यवाही नहीं होने के कारण बड़े पैमाने पर अवैध शराब का कारोबार चल रहा है पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम मनवा,बेल्हा,सबरिया डेरा लोहर्सी,सोनसरी में भट्ठी चढ़ा कर कच्ची महुआ शराब निकाला जाता है जिसे इन गांवों के अलावा क्षेत्र के दर्जनों गांवों में सप्लाई कर बेचा जा रहा है। सुकुलकारी,धुर्वाकारी,पचपेड़ी, पताई सहित दर्जनों गांवों में कच्ची महुआ शराब व अंग्रेजी,देशी प्लेस शराब अवैध रूप से बड़ी मात्रा में बिक रही है। फिर भी पचपेड़ी पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर पा रही है। नही दिख रहा निजात अभियान का असर बिलासपुर पुलिस नशे के खिलाफ जिले भर में निजात अभियान चला रही है और सार्वजनिक रूप से नशे का सेवन करने वाले,अवैध रूप से नशीली सामग्रीओ की बिक्री,अवैध शराब की बिक्री करने वालों पर कड़ी कार्यवाही कर रही है। नशे के खिलाफ कार्यवाही को लेकर एसपी संतोष कुमार सिंह का सख्त आदेश है। लेकिन पचपेड़ी पुलिस की निष्क्रियता से क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री में एकाएक से बढ़ोतरी हो गई है जिससे पचपेड़ी थाना क्षेत्र में निजात अभियान का कोई असर नहीं दिख रहा है। शराब कोचियों पर क्यो नही हो रही कार्यवाही सूत्रों की माने तो विगत कई वर्षों से पचपेड़ी थाना क्षेत्र में लोग अवैध रूप से कच्ची महुआ शराब निकाल कर बेच रहे हैं। शराब कोचिया हर माह इसकी मोती रकम पुलिस थाने में चुकाते हैं यही कारण है कि शराब की अवैध बिक्री पर कोई कार्यवाही नहीं हो रहा है। नाम नही बताने के शर्त पर एक ने बताया कि शराब बेचने वालों में से जो थाने में पैसा देता है उस पर कोई कार्यवाही नहीं होती। जो नही देता है उस पर ही कार्यवाही होती है। महुआ शराब पीने से कई लोगों की हो चुकी है मौत जहरीले महुआ शराब पीने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। दरअसल,महुआ के साथ शीरे के तौर पर गुड़ का इस्तेमाल करके देसी या कच्ची शराब बनाई जाती है। मगर ज्यादा मुनाफा कमाने व अधिक नशीली बनाने के चक्कर में धंधेबाज यूरिया या नौसादर मिला देते हैं। अगर इसकी मात्रा थोड़ी भी अधिक हो जाती है तो यह जहर बन जाता है। पूर्व में मिले थे मध्यप्रदेश का शराब अन्य प्रदेशों के शराब को खपाने का कई मामला सामने आया है जिला आबकारी विभाग की टीम ने मध्यप्रदेश नान ड्यूटी पेड 18 बॉटल गोआ शराब के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। पचपेड़ी थाने से कुछ ही दूरी पर मध्यप्रदेश के 7 पेटी गोआ शराब को आबकारी विभाग ने जप्त किया था जिसके बाद उस वक्त के थाना प्रभारी पर विभागीय कार्यवाही की गाज गिरी थी
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