नया रायपुर। नया रायपुर तूता धरना स्थल में मध्यान भोजन रसोइया महासंघ कलेक्टर दर पर मानदेय समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर विशाल-धरना प्रदर्शन करेगा. प्रदेश के 33 जिलों के 146 विकासखंडों में संचालित शालाओं में लगभग 60 हजार रसोइयां कार्यरत हैं. अपनी लंबित मांगों को लेकर रसोइया महासंघ रैली निकालकर विधानसभा घेराव के लिए निकलेगा. प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपेंगे.
रसोइयों के हड़ताल पर चले जाने से शासकीय प्राथमिक माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को भोजन नहीं मिलेगा. मध्यान्ह भोजन रसोइया संघ हाईकोर्ट के आदेशानुसार कलेक्टर दर पर मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठेंगे. संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि चुनाव के पूर्व कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में मध्यान्ह भोजन रसोइयों को कलेक्टर दर से मानदेय देने सहित कई अन्य वादे किए थे, परंतु इतना समय बीत जाने के बाद भी ये वादें पूरे नहीं किए गए हैं. इसके चलते हड़ताल पर जाने मजबूर हो गए हैं.
उन्होंने आगे बताया कि मध्यान भोजन पकाने व बच्चों को खिलाने के लिए हम रसोइयों को नियुक्त किया गया है. इन कामों में पूरा दिन निकल जाता है. रसोइया का कार्य पूर्ण कालीन छह घंटे का होने के बावजूद न तो शासकीय नियमित कर्मचारी माना जाता है और ना ही न्यूनतम वेतन मिलता है. फिलहाल रसोइयों का मानदेय 15 सौ रुपये दिया जा रहा है. शासन द्वारा भोजन पकाने की कार्य को महज डेढ़ घंटे का माना जा रहा है, जबकि इतने समय में तो पानी भी गरम नहीं हो पाता है.
रसोइया संघ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से निवेदन किया है कि रसोइयों को प्रतिमाह 9180 रुपये मानदेय दिया जाए. वहीं प्रदेशभर के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आज बड़ा प्रदर्शन करेंगे. 18 सूत्रीय मांगों को लेकर नया रायपुर स्थित तूता धरना स्थल में धरना प्रदर्शन के बाद विधानसभा का घेराव करेंगे. पुरानी पेंशन लागू करने, केंद्र के समान महंगाई भत्ता, सातवां वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा, शिक्षा विभाग में पदस्थ व्यक्तियों की लंबित पदोन्नति, स्वास्थ्य विभाग में पदोन्नति की मांग को लेकर कर्मचारी अपनी आवाज उठाएंगे.