बिलासपुर. उत्तरप्रदेश से चोरी के मामले की जांच कर लौट रहे इंस्पेक्टर को ही चोरों ने अपना शिकार बना डाला. सारनाथ एक्सप्रेस में जिस सीट पर इंस्पेक्टर सोए थे, उसके नीचे रखे बैग से 9 एमएम पिस्टल, 24 जिंदा कारतूस, वर्दी और टोपी ले उड़े. घटना अनूपपुर और जैतहरी स्टेशन के बीच हुई है. पेंड्रारोड में जब नींद खुली तब इंस्पेक्टर को चोरी का पता चला. इसके बाद बिलासपुर जीआरपी में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
जानकारी के मुताबिक ओडिशा संबलपुर थाने के इंस्पेक्टर शरूबाबू छत्रिया (46 वर्ष) अपने दो कांस्टेबल दिलेश्वर प्रधान और मिनकेतन घरुआ के साथ चोरी के एक मामले की जांच के लिए उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी गए थे. वहां से सारनाथ एक्सप्रेस में लौट रहे थे. प्रयागराज से बिलासपुर तक उनका रिजर्वेशन था. छत्रिया के साथ दोनों कांस्टेबल एससी-2 कोच में सवार थे. रात में खाना खाने के बाद इंस्पेक्टर ने अपनी पिस्टल, कारतूस, वर्दी और टोपी बैग में डाली. इसके बाद बैग को सीट के नीचे रखा, फिर सो गए. सुबह जब नींद खुली, तब पेंड्रारोड के पास ट्रेन पहुंची थी. उनकी नजर सीट के नीचे पड़ी तो होश गुम हो गए. नीचे बैग नहीं था. इंस्पेक्टर ने अपने दोनों स्टाफ के साथ बोगी में ही तलाश करने की कोशिश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. बिलासपुर पहुंचने पर वे जीआरपी पहुंचे और थाने में रिपोर्ट लिखाई.
जीआरपी, आरपीएफ के साथ रेलवे में हड़कंप
एक इंस्पेक्टर की पिस्टल चोरी की खबर मिलते ही जीआरपी के साथ साथ आरपीएफ और रेलवे महकमे में हड़कंप मच गया. पिस्टल में 10 गोलियां लोड हैं, जबकि 14 गोलियां अतिरिक्त हैं. इस तरह 24 जिंदा कारतूस और सर्विस पिस्टल चोरी हुई है. ऐसा अनुमान है कि अनूपपुर से जैतहरी स्टेशन के बीच चोरी हुई है. इस आधार पर संबंधित थानों में खबर कर दी गई है.