संजय सराफ (संजू) सक्ती। सक्ती में अतिक्रमण हटाने का शुक्रवार को जिला प्रशासन ने बुधवारी बाजार से शुरू किया था, जिसमें छोटे बड़े 200 से ज्यादा मकान दुकान ढहाए गए। अब बुधवारी बाजार में चारों तरफ मलबा ही मलबा नजर आ रहा है। जिसे हटाने के काम में जिला प्रशासन का अमला दिन-रात लगा हुआ है, अधिकांश लोग अपनी व्यवस्था दूसरी जगह कर चुके हैं, मगर कई गरीब परिवार अभी भी सड़क किनारे पनाह लेने के लिए मजबूर है। उनके रहने के लिए फिलहाल पालिका ने कही जगह की व्यवस्था नहीं की है। बहरहाल कार्रवाई जारी है।
बुधवारी बाजार से अतिक्रमण हटाने के दायरे में नगर पालिका द्वारा बनवाया गया कॉम्प्लेक्स भी दायरे में में आ गया। सड़क को चौड़ी करनी है, इसलिए 25 दुकानों वाले इस कॉम्प्लेक्स को भी तोड़ दिया गया। सूत्रों के अनुसार ये दुकान तब करीब 30 लाख रुपए में बनी थी, वर्तमान में एसओआर बढ़ जाने के कारण इतनी दुकानें बनाने में कम से कम एक करोड़ रुपए लगेंगे।
नई दूकानों में प्राथमिकता देंगे
सीएमओ नगर पालिका के द्वारा शराब भट्टी के सामने बने गुरु नानक कांप्लेक्स को भी अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान तोड़ा गया है। जिसमें करीब 25 दुकानें बनाई गई थी जिसमे से 6 से 7 दुकानें नीलाम हो चुकी थी। जिसकी व्यापारी द्वारा राशि जमा कर नीलामी के दौरान खरीदा गया था। सीएमओ सौरव तिवारी ने बताया कि जिन्होंने नीलामी में नगरपालिका की दुकानें खरीदी हैं उनकी राशि के अनुसार आने वाले समय में नई दुकानों मैं उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी, उनके द्वारा जमा की गई राशि समायोजित कर शेष राशि उनसे ली जाएगी।
लिस्ट बना ली गई, जल्द करेंगे मदद नगर के लोगों के मन में सवाल भी है कि आखिर तोड़फोड़ के पीछे की वजह क्या है। इस संबंध में कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना का कहना है कि नगर को अब जिले का स्वरूप देना है रिहायशी और व्यवसायिक एरिया को अलग कर नगर को विकसित करना है। साथ ही स्पोर्ट्स को लेकर भी सक्ती को आगे बढ़ाना है, जिसके लिए एडवांस स्टेडियम बनाए जाएंगे। इसके अलावा सड़क चौड़ीकरण किया जाएगा। गरीबों के आशियाने टूटने को लेकर कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना ने आश्वासन दिया कि उनकी सूची बना ली गई है, उन तक सरकारी मदद पहुंचाई जाएगी।