संजय सराफ(संजू) जांजगीर चांपा। अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं हड़ताल के दूसरे दिन कचहरी चौक में प्रदर्शन में बैठ गई है। अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में ताला लटका हुआ है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने से आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाले बच्चों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं द्वारा अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को केरा रोड में अनिश्चितकालीन हड़ताल का आगाज किया था। हड़ताल में उपस्थित महिला कार्यकर्ताओं ने राज्य शासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को पूरा नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं हड़ताल के दूसरे दिन कचहरी चौक में अपना जमावड़ा लगा बैठी है।
कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से गर्भवती महिला और बच्चों को नहीं मिल रहा पोषण आहार
एक ओर राज्य शासन द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों के हड़ताल में चले जान से गर्भवती महिला और बच्चों को पोषण आहार नहीं मिल पा रहा है। केन्द्रों में अचानक ताले बंद हो जाने से गर्भवती महिला और बच्चों को मिलने वाला पोषण आहार बंद हो गया है। अगर यही स्थिति रही तो बड़ी अनहोनी होने से कोई नहीं रोक सकता। राज्य शासन के द्वारा किए गए वादे को पूरा नहीं करने के कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का रास्ता अपनाया है।
भीड़ के चलते बन रही जाम की स्थिति
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के द्वारा हड़ताल के दूसरे दिन कचहरी चौक में प्रदर्शन किया जा रहा है। कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की बड़ी एकजूटता के चलते चौक में आने जाने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भीड़ को नियंत्रित कर राहगीरों को परेशानिया ना हो उसके लिए जिला पुलिस द्वारा कचहरी चौक में पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
- प्रमुख मांगें
- कलेक्टर दर पर वेतन
- सुपरवाइजर पद पर शत प्रतिशत पदोन्नति
- प्राइमरी स्कूल में प्राइमरी शिक्षक का दर्जा और वेतन
- रिटायरमेंट के बाद कार्यकर्ता को पेंसन दिया जाये
- मोबाइल के लिए रिचार्ज का पैसा दें.