छत्तीसगढबिलासपुर₹51000 करोड़ का कर्ज लिया हो उसे जश्न मनाने का कोई हक...

₹51000 करोड़ का कर्ज लिया हो उसे जश्न मनाने का कोई हक नहीं : अमर

बिलासपुर । छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के 3 साल पूरा होने पर कांग्रेसी और सरकार द्वारा मनाए जा रहे जश्न और  उत्सव पर सवाल उठाते हुए भाजपा नेता पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल कहां कि जिस सरकार ने 3 साल में ₹51000 करोड़ का कर्ज लिया हो उसे जश्न मनाने का कोई हक नहीं है। छत्तीसगढ़ के लोगों को कर्ज में डूबा कर यह सरकार महोत्सव मना रही है जबकि इसके लिए सरकार को संकोच होना चाहिए।श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों महोत्सव मनाया जा रहा है मगर कोई बताए तो कि महोत्सव किस बात के लिए है। छत्तीसगढ़ की सरकार विश्वासघात ,बदहाली और निकम्मी पन के लिए महोत्सव बना रही है।  उन्होंने कहा मध्य प्रदेश से अलग होकर जब छत्तीसगढ़ राज्य बना तो सरकार पर 7000 करोड़ का कर्ज था उसके बाद वर्ष 2018 तक जिसमें अजीत जोगी की भी सरकार शामिल है प्रदेश सरकार पर  43000 करोड़ कर कर्ज रहा लेकिन 3 साल में ही इस सरकार में 51 हजार करोड़ रूपया का कर्ज ले लिया। प्रदेश में विकास के सारे काम ठप है। नई सड़के नहीं है ।कोई आधारभूत संरचना भी नहीं है। छत्तीसगढ़ के लोगों को कर्ज में डूबा कर यह सरकार उत्सव मना रही है ।इस सरकार को कोई रोकने टोकने वाला भी नहीं है। प्रदेश में अपराध के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं  कांग्रेस के कार्यकर्ता सरकार के संरक्षण में लोगों की संपत्ति लूटने का काम कर रहे हैं। केंद्र प्रवर्तित 13 योजनाओं को इस सरकार ने वापस लौटा दी है।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ही क्या देश के इतिहास में आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ जब एक साथ 14 सौ से अधिक संख्या में आरक्षी बलो ने अपने हथियार शासन को जमा करा दिए हैं। धुर नक्सली प्रभावित बस्तर के बीजापुर जिले की ये शर्मनाक घटना है। अपनी जायज मांगों के लिए परिवार सहित धरना दे रहे आ रक्षकों के परिवार की महिलाओं पर लाठीचार्ज कराया गया ।उनसे दुर्व्यवहार किया गया जिस के विरोध में आरक्षकों को यह कदम उठाना पड़ा ।भाजपा शासन में जिला कैडर बना कर आदिवासी युवाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा गया था लेकिन कांग्रेस की तुगलकी नीति के कारण इस तरह छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र आदिवासियों को अपमानित होना पड़ रहा है  प्रदेश में राज्य निर्माण से आज तक संप्रदायिक दंगे शासकीय संरक्षण में  जैसी घटना छत्तीसगढ़ में कभी नहीं हुई मध्य प्रदेश के जमाने से लेकर आज तक कर्फ्यू लगाने की नौबत नहीं आई है ।सत्तारूढ़ दल के मंत्री  उनका  साथ देते रहे। किसानों से बड़े-बड़े वादे करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने साफ तौर पर सदन में कहा है कि प्रदेश में किसानों की मृत्यु से संबंधित कोई भी आंकड़े शासन के रिकॉर्ड में नहीं है और ना ही असमय में दिवंगत हुए किसानों को कोई मुआवजा दिया गया है । सरकार की वादाखिलाफी का आलम यह है कि मंडी शुल्क माफ करने का वादा कांग्रेस ने किया लेकिन अब डेढ़ गुना   बढ़ा दिया गया है जिससे मंडी में किसानों की फसल ₹200 सस्ता हो गया है ।शराबबंदी का वादा करने के बाद शराब की होम डिलीवरी शुरू कर दी गई है। मादक पदार्थों की तस्करी का प्रदेश को गढ़ बना दिया गया है और उसमें कांग्रेस के लोग शामिल है  उन्होंने कहा कि शहरों में जैसे आतंक का साम्राज्य हो गया है। हत्या लूट डकैती अपहरण और और संप्रदायिक दंगों का स्थल बना दिया गया है । माफियाओं के शिकंजे में पूरा प्रदेश है और इन्हें कांग्रेसी संरक्षण प्राप्त है यह सरकार मोदी जी द्वारा दिए गए गरीबों का घर छीन लिया है।

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बिलासपुर । छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के 3 साल पूरा होने पर कांग्रेसी और सरकार द्वारा मनाए जा रहे जश्न और  उत्सव पर सवाल उठाते हुए भाजपा नेता पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल कहां कि जिस सरकार ने 3 साल में ₹51000 करोड़ का कर्ज लिया हो उसे जश्न मनाने का कोई हक नहीं है। छत्तीसगढ़ के लोगों को कर्ज में डूबा कर यह सरकार महोत्सव मना रही है जबकि इसके लिए सरकार को संकोच होना चाहिए।श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों महोत्सव मनाया जा रहा है मगर कोई बताए तो कि महोत्सव किस बात के लिए है। छत्तीसगढ़ की सरकार विश्वासघात ,बदहाली और निकम्मी पन के लिए महोत्सव बना रही है।  उन्होंने कहा मध्य प्रदेश से अलग होकर जब छत्तीसगढ़ राज्य बना तो सरकार पर 7000 करोड़ का कर्ज था उसके बाद वर्ष 2018 तक जिसमें अजीत जोगी की भी सरकार शामिल है प्रदेश सरकार पर  43000 करोड़ कर कर्ज रहा लेकिन 3 साल में ही इस सरकार में 51 हजार करोड़ रूपया का कर्ज ले लिया। प्रदेश में विकास के सारे काम ठप है। नई सड़के नहीं है ।कोई आधारभूत संरचना भी नहीं है। छत्तीसगढ़ के लोगों को कर्ज में डूबा कर यह सरकार उत्सव मना रही है ।इस सरकार को कोई रोकने टोकने वाला भी नहीं है। प्रदेश में अपराध के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं  कांग्रेस के कार्यकर्ता सरकार के संरक्षण में लोगों की संपत्ति लूटने का काम कर रहे हैं। केंद्र प्रवर्तित 13 योजनाओं को इस सरकार ने वापस लौटा दी है।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ही क्या देश के इतिहास में आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ जब एक साथ 14 सौ से अधिक संख्या में आरक्षी बलो ने अपने हथियार शासन को जमा करा दिए हैं। धुर नक्सली प्रभावित बस्तर के बीजापुर जिले की ये शर्मनाक घटना है। अपनी जायज मांगों के लिए परिवार सहित धरना दे रहे आ रक्षकों के परिवार की महिलाओं पर लाठीचार्ज कराया गया ।उनसे दुर्व्यवहार किया गया जिस के विरोध में आरक्षकों को यह कदम उठाना पड़ा ।भाजपा शासन में जिला कैडर बना कर आदिवासी युवाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा गया था लेकिन कांग्रेस की तुगलकी नीति के कारण इस तरह छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र आदिवासियों को अपमानित होना पड़ रहा है  प्रदेश में राज्य निर्माण से आज तक संप्रदायिक दंगे शासकीय संरक्षण में  जैसी घटना छत्तीसगढ़ में कभी नहीं हुई मध्य प्रदेश के जमाने से लेकर आज तक कर्फ्यू लगाने की नौबत नहीं आई है ।सत्तारूढ़ दल के मंत्री  उनका  साथ देते रहे। किसानों से बड़े-बड़े वादे करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने साफ तौर पर सदन में कहा है कि प्रदेश में किसानों की मृत्यु से संबंधित कोई भी आंकड़े शासन के रिकॉर्ड में नहीं है और ना ही असमय में दिवंगत हुए किसानों को कोई मुआवजा दिया गया है । सरकार की वादाखिलाफी का आलम यह है कि मंडी शुल्क माफ करने का वादा कांग्रेस ने किया लेकिन अब डेढ़ गुना   बढ़ा दिया गया है जिससे मंडी में किसानों की फसल ₹200 सस्ता हो गया है ।शराबबंदी का वादा करने के बाद शराब की होम डिलीवरी शुरू कर दी गई है। मादक पदार्थों की तस्करी का प्रदेश को गढ़ बना दिया गया है और उसमें कांग्रेस के लोग शामिल है  उन्होंने कहा कि शहरों में जैसे आतंक का साम्राज्य हो गया है। हत्या लूट डकैती अपहरण और और संप्रदायिक दंगों का स्थल बना दिया गया है । माफियाओं के शिकंजे में पूरा प्रदेश है और इन्हें कांग्रेसी संरक्षण प्राप्त है यह सरकार मोदी जी द्वारा दिए गए गरीबों का घर छीन लिया है।
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