बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती तेजकुंवर नेताम ने आज यहां नूतन चौक स्थित बाल संप्रेक्षण गृह एवं कुदुण्ड में संचालित सेवा भारती मातृछाया का निरीक्षण किया। उन्होंने इन संस्थाओं में रह रहे बच्चों एवं कर्मचारियों से मुलाकात कर यहां दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। श्रीमती नेताम ने मातृछाया में पलने वाले निराश्रित बच्चों की सेवा में लगी सेवाभावी महिलाओं एवं कर्मचारियों की मुक्तकंठ से सराहना की। उनकी सेवाओं को समाज के लिए अनुकरणीय बताया। इस अवसर पर बाल संरक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती पूजा सतनाम सिंह खनूजा, श्रीमती पुष्पा पाटले, श्रीमती आशा संतोष यादव, सोनल कुमार गुप्ता एवं आगस्टिन बनार्ड भी शामिल थे।
गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास विभाग से अनुदान प्राप्त मातृछाया संस्था में 6 वर्ष तक के निराश्रित बच्चों की देख-भाल की जाती है। फिलहाल संस्था में 23 बच्चे मौजूद हैं। श्रीमती नेताम एवं सदस्यों ने संस्था की गतिविधियों का बारीकी से निरीक्षण किया। व्यवस्थाओं एवं गतिविधियों के प्रति संतोष प्रकट किया। समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष शान्तनु उपाध्यक्ष एवं सचिव रोहित भांगे ने अध्यक्ष महोदया को संस्था के काम-काज और पेश आ रही कुछ दिक्कतों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मातृछाया को राज्य सरकार से दत्तक ग्रहण एजेन्सी के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। वर्ष 2004 में संस्था के गठन से लेकर अब तक 314 बच्चों को विधिक प्रक्रिया के तहत गोद में दिया गया है।
श्रीमती नेताम ने इसके उपरांत नूतन चौक स्थित बाल संप्रेक्षण गृह पहुंची। उन्होंने वहां रह रहे विधि से संघर्षरत बच्चों से मुलाकात की। बच्चों ने सामूहिक भजन से अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया। श्रीमती नेताम ने बच्चों को समझाइश देते हुए कहा कि उत्तेजना में अपराध हो जाया करते हैं। उसे भूल जाइये और गलत काम नहीं करने का प्रायश्चित लेकर जाइये। अधीक्षक ने बताया कि संप्रेक्षण गृह में वर्तमान में 35 बच्चे निवासरत हैं। श्रीमती नेताम ने सप्ताह भर पहले दो बच्चों के दीवार फांदकर भाग जाने की घटना की भी जानकारी ली और इसके लिए जिम्मेदारी तय करके उनके विरूद्ध कार्रवाई के निर्देश अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर सिरगिट्टी के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सतनाम सिंह खनूजा, जिला कार्यक्रम अधिकारी सूर्यकान्त गुप्ता, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्रीमती नेहा राठिया सहित विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।