बिलासपुर। दुर्ग बाल संप्रेषण गृह से भागे बालक की बिलासपुर में मिली लाश की गुत्थी को बिलासपुर और दुर्ग पुलिस ने सुलझा लिया है। बाल संप्रेषण गृह से फरार बालक की हत्या उसी के साथियों ने चोरी की रकम को लेकर हुए विवाद के चलते चाकु और पत्थर पटक कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने पांच को गिरफ्तार किया है।
दरअसल ये पूरा मामला 1 मई का है। दुर्ग पुलगांव बाल संप्रेषण गृह से दीवार फांदकर 7 संघर्षरत बालक फरार हो गए थे, जिसके बाद फरार बालकों मं संघर्षरत राहुल साहू निवासी चिंगराजपारा सरकंडा की लाश बिलासपुर के अमरैया चौक स्थित श्मशान घाट के पास मिली थी। मृतक के गले में और शरीर में गहरे जख्म के निशान थे। बालक की शिनाख्त होने के बाद दुर्ग पुलिस ने बिलासपुर पुलिस की मदद से इसकी जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि बाल गृह से भागे गए सभी सात बालक सुपेला संजय नगर शीतला तालाब के पास आये थे। यहां पर सुपेला निवासी राहुल सिंह, मनीष, अभिमन्यु दास, शेख आशिफ व श्याम से उनकी मुलाकात भी हुई थी। जानकारी के बाद पुलिस ने राहुल, मनीष सहित उसके साथियों को हिरासत में लेकर सभी से पूछताछ की गई। पूछताछ में सभी ने पुलिस को बताया कि कुछ समय पहले उन्होंने बड़ी चोरी की थी और चोरी के 13 लाख रूपये को अमरैया चौक स्थित श्मशान घाट में छुपा दिए थे। एक मई को बाल संप्रेषण गृह से भागे गए सभी 7 बालक अपने अन्य साथियों के संजय नगर शीतला तालाब के पास मिले और फिर एक स्कार्पियो किराए में कर टोटल 13 लोग बिलासपुर रकम लेने के लिए निकल पड़े। यहां पहुंचने के बाद जब रकम खोजने पर भी नहीं मिली तो सभी का एक दूसरे के साथ विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि राहुल साहू की चाकु और पत्थर पटक कर हत्या कर दी। हत्या की इस घटना के बाद सभी ने उसके शव को घसीट कर वहीं छुपा दिया और फिर फरार हो गए थे।
पुलिस ने इस मामले में पांच को गिरफ्तार किया है। वहीं 2 नाबालिग को बाल संप्रेषण गृह भेजा गया है। वहीं चार नाबालिग और एक आरोपी श्याम निवासी सुपेला की तलाश जारी है।