बिलासपुर। कोरोना काल के बाद से ही देश भर में धर्म स्वावलंबियों द्वारा धार्मिक आयोजनों को किया जा रहा है.. छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में भी लगातार सनातन धर्मियों द्वारा कथावाचकों से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है बिलासपुर के श्री खाटू श्याम मंदिर में तीन दिवसीय भागवत कथा का आयोजन कराया गया है। बिलासपुर में सोनी परिवार द्वारा भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है कथा का वाचन करने के लिए साध्वी सरस्वती बिलासपुर पहुंची हुई हैं जहां उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि कोरोना के दौरान सामूहिक भक्ति एक परिकल्पना बनकर रह गई थी इसकी वजह से परिवार बिखर रहे थे और प्रकृति के प्रकोप से पूरी दुनिया उसकी भाजक हो रही थी ईश्वर से एक इशारे से विश्व की स्थिति जिस तरह से डगमगाए उसे धर्म और भक्ति के रास्ते से ही व्यवस्थित किया जा सकता है इस कारण कोरोना के कम होते प्रभाव के बाद अब फिर से लोग धर्म की ओर वापस बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से महिलाओं के कथा वाचन पर सवालिया निशान खड़ा करने वाले लोगों को जवाब देते हुए साध्वी सरस्वती ने कहा कि इस संसार में शास्त्रों का उपदेश माताओं द्वारा अधिक दिया गया हैै। पिछले कुछ सालों में कुछ लोगों द्वारा यह भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है कि महिलाओं को कथा वाचन नहीं करना चाहिए लेकिन सनातन धर्म में महिलाओं को उच्च सम्मान मिला हुआ है। धर्म पर इन दिनों देश में चल रही राजनीति को लेकर भी साध्वी सरस्वती ने कहा कि पुरातन काल से ही राजनीति को धर्म ने रास्ता दिखाया है लेकिन धर्म की आड़ में राजनीति नहीं होनी चाहिए।