बाबा कलेश्वरनाथ में जुटी भक्तों की अपार भीड़, महाशिवरात्रि पर उमड़ा भक्तों का हुजूम, दर्शन करने सुबह से लगी कतारें…

0
51

वासु सोनी चांपा। शिव ही प्रारंभ है, शिव ही अंत है, शिव ही अनंत है। महाशिवरात्रि पर्व पर पीथमपुर स्थित आदिशक्ति परमपिता कलेश्वरनाथ के दर्शन मात्र से ही लोगों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। जांजगीर-चांपा जिले में हसदेव नदी के तट पर स्थित एक प्राचीन और प्रसिद्ध शिव मंदिर है। यह मंदिर लगभग 500 वर्षों पुराना है और इसकी मान्यता है कि यहां पूजा-अर्चना करने से संतान प्राप्ति और पेट संबंधी रोगों से मुक्ति मिलती है। सावन मास और महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां विशेष भीड़ होती है, जहां भक्तजन हसदेव नदी से जल लेकर भगवान शिव का अभिषेक करते हैं।

कांवर और लोट मारते पहुंचते है भक्त
महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह से ही भक्त कांवर लेकर और लोट मारते हुए मंदिर पहुंच जल चढ़ाते हैं। भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर एक दिन पहले से ही अपनी तैयारियां पूरी कर सुबह होते ही हसदेव नदी से जल लेकर पीथमपुर बोलबम का नारा लगाते हुए पहुंचते हैं।

हर जगह होता है प्रसाद वितरण
मंदिर आसपास सहित गांव के भक्त दूरदराज से मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए प्रसाद का वितरण करते हैं। मंदिर के आसपास कई भक्त खीर पूड़ी, चना, पोहा, हलुआ सहित कई अन्य प्रकार का प्रसाद वितरण करते है। सुबह से लेकर शाम तक प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाता है।

एक दिवसीय मेले का आयोजन
महाशिवरात्रि पर्व के दिन पीथमपुर गांव में एक दिवसीय मेले का आयोजन भी किया जाता है। भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए आने वाले लोग मेले को पार करते हुए मंदिर तक पहुंचते है। दर्शन के बाद सभी भक्त मेले का आनंद उठाते अपने घर वापस लौट जाते है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here