क्राइमआखिर क्यों हुई मौसाजी स्वीट्स के मैनेजर की धुलाई, वीडियो हुआ वायरल

आखिर क्यों हुई मौसाजी स्वीट्स के मैनेजर की धुलाई, वीडियो हुआ वायरल

 

बिलासपुर- शहर में लगातार पढ़े लिखे लोगो की पिटाई हो रही वो भी ऐसे संस्थान के जो शहर में अपना नाम कमाए हुए है। कुछ दिन पहले बस स्टैंड के समीप एक नामी होटल में कार पार्किंग को लेकर जमकर विवाद हुआ था। वही मौसा जी स्वीट्स के मैनेजर द्वारा सतनामी समाज के जाति विशेष को लेकर टिप्पणी देने का मामला सामने आया है। वही वीडियो भी वायरल हो गया।

आपको बता दे कि 18 दिसम्बर को सतनामी समाज के लोगों ने छात्रवास से रैली निकाली। जिसमे बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए थे। छत्तीसगढ़ के संत गुरु घासीदास जी की 265 वी जयंती के दिन समाज के लोगों ने हर साल की तरह इस साल भी 17 दिसम्बर को भव्य रैली का आयोजन किया था। जिसके बाद 18 दिसम्बर को भी समाज के लोग रैली निकाल कर खुशी जाहिर कर रहे थे, इसी बीच जब रैली मौसा जी स्वीट्स के पास पहुंची तो यहां का मैनेजर जाति विशेष को लेकर टिप्पणी कर दिया, ऐसी जानकरी मिली है। जिसके बाद समाज के लोगों ने मैनेजर की जमकर पिटाई की और थाने ले गए। जिसका विडियो भी सामने आया है। जहां मैनेजर समाज के लोगों से मांफी मांगी, पर पढ़े लिखे होने के बावजूद इस तरह का कार्य मैनेजर को नहीं करना चाहिए था, बताया जा रहा है कि मैनेजर पहले भी मौसा जी स्वीट्स में काम करने वाले वर्करो से जाती को लेकर टिप्पणी करता था, भारत एक स्वतंत्र देश है जहां ऊंच-नीच और जात पात की कोई अहमियत नहीं है यहां सभी जाति वर्ग के लोग एक साथ रहकर आपसी भाईचारे का परिचय देते हैं, पर समाज में ऐसे लोगों के कारण ही सामाजिक बुराई उत्पन्न होती है सभी जाति वर्ग को अपना पर्व मनाने का पूरा अधिकार है।

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  बिलासपुर- शहर में लगातार पढ़े लिखे लोगो की पिटाई हो रही वो भी ऐसे संस्थान के जो शहर में अपना नाम कमाए हुए है। कुछ दिन पहले बस स्टैंड के समीप एक नामी होटल में कार पार्किंग को लेकर जमकर विवाद हुआ था। वही मौसा जी स्वीट्स के मैनेजर द्वारा सतनामी समाज के जाति विशेष को लेकर टिप्पणी देने का मामला सामने आया है। वही वीडियो भी वायरल हो गया। आपको बता दे कि 18 दिसम्बर को सतनामी समाज के लोगों ने छात्रवास से रैली निकाली। जिसमे बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए थे। छत्तीसगढ़ के संत गुरु घासीदास जी की 265 वी जयंती के दिन समाज के लोगों ने हर साल की तरह इस साल भी 17 दिसम्बर को भव्य रैली का आयोजन किया था। जिसके बाद 18 दिसम्बर को भी समाज के लोग रैली निकाल कर खुशी जाहिर कर रहे थे, इसी बीच जब रैली मौसा जी स्वीट्स के पास पहुंची तो यहां का मैनेजर जाति विशेष को लेकर टिप्पणी कर दिया, ऐसी जानकरी मिली है। जिसके बाद समाज के लोगों ने मैनेजर की जमकर पिटाई की और थाने ले गए। जिसका विडियो भी सामने आया है। जहां मैनेजर समाज के लोगों से मांफी मांगी, पर पढ़े लिखे होने के बावजूद इस तरह का कार्य मैनेजर को नहीं करना चाहिए था, बताया जा रहा है कि मैनेजर पहले भी मौसा जी स्वीट्स में काम करने वाले वर्करो से जाती को लेकर टिप्पणी करता था, भारत एक स्वतंत्र देश है जहां ऊंच-नीच और जात पात की कोई अहमियत नहीं है यहां सभी जाति वर्ग के लोग एक साथ रहकर आपसी भाईचारे का परिचय देते हैं, पर समाज में ऐसे लोगों के कारण ही सामाजिक बुराई उत्पन्न होती है सभी जाति वर्ग को अपना पर्व मनाने का पूरा अधिकार है।
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