छत्तीसगढनिरोग और स्वस्थ जीवनशैली का आधार है योग : श्रीमती अनिला भेड़िया,...

निरोग और स्वस्थ जीवनशैली का आधार है योग : श्रीमती अनिला भेड़िया, योग संस्थाओं एवं प्रशिक्षकों का समाज कल्याण मंत्री ने किया सम्मान

बिलासपुर। छ.ग. शासन की समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया आज यहां लखीराम ऑडिटोरियम में योग आयोग द्वारा आयोजित योग सम्मलेन एवं सम्मान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि योग हमें प्रकृृति से जोड़कर रखता है। योग हमारेे अंदर शारीरिक शक्ति के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। योग को भारत में प्राचीन काल से अपनाया गया है। योग को निरोग और स्वस्थ जीवनशैली का आधार माना गया है। कोरोना महामारी के समय में लोगों को जो शारीरिक एवं मानसिक परेशानी आई, उसे दूर करने में योग ने सकारात्मक भूमिका निभाई। कार्यक्रम में छ.ग. योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, महापौर रामशरण यादव, नगर निगम के सभापति शेख नजरूद्दीन, छ.ग. राज्य सहकारी आवास संघ के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक, बिल्हा के पूर्व विधायक सियाराम कौशिक, पूर्व महापौर श्रीमती वाणी राव, पूर्व महापौर राजेश पाण्डेय, योग आयोग के सदस्य रविन्द्र सिंह, बिलासपुर आईजी रतनलाल डांगी विशेष रूप से मौजूद थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्रीमती भेड़िया ने कहा कि वर्तमान में घटती शारीरिक प्रतिरोधकता, तनावयुक्त, व्यस्त जीवन शैली को व्यवस्थित करने में योग का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। समाज के सभी लोगों में योग के प्रति जागरूकता की आवश्यकता है। जिससे हम एक स्वस्थ समाज, प्रदेश और देश के निर्माण में सहयोगी बन सके। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए अपनी दिनचर्या में योग को अनिवार्य रूप से शामिल करने का आव्हान किया। महापौर रामशरण यादव ने कहा कि आज की तनावयुक्त जीवनशैली के लिए योग का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूल के पाठ्यक्रम में योग एक विषय के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। जिससे वर्तमान एवं आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ एवं निरोगी रखा जा सके। छ.ग. आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि योग आयोग निरंतर योग के प्रति लोगों को जागरूक करने की दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने योग आयोग द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। आईजी रतनलाल डांगी ने कहा कि शरीर ही वह साधन है जिससे हम संसार की सभी सुविधाओं का लाभ उठा पाते है। तनावग्रस्त जीवन से उबरने का सर्वाेत्तम माध्यम योग है।

कार्यक्रम में मंत्री श्रीमती भेड़िया ने योग संस्थाओं, ब्रम्हकुमारी, आर्ट ऑफ लिविंग, पंतजलि, गायत्री संस्थान एवं शुद्ध योग केंद्र, विश्वविद्यालयों में योग के विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापकों, योगाचार्य सहित योग प्रशिक्षकों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस दौरान स्कूली बच्चों एवं योग प्रशिक्षकों ने योग की विभिन्न मुद्राओं का प्रदर्शन किया।

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बिलासपुर। छ.ग. शासन की समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया आज यहां लखीराम ऑडिटोरियम में योग आयोग द्वारा आयोजित योग सम्मलेन एवं सम्मान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि योग हमें प्रकृृति से जोड़कर रखता है। योग हमारेे अंदर शारीरिक शक्ति के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। योग को भारत में प्राचीन काल से अपनाया गया है। योग को निरोग और स्वस्थ जीवनशैली का आधार माना गया है। कोरोना महामारी के समय में लोगों को जो शारीरिक एवं मानसिक परेशानी आई, उसे दूर करने में योग ने सकारात्मक भूमिका निभाई। कार्यक्रम में छ.ग. योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, महापौर रामशरण यादव, नगर निगम के सभापति शेख नजरूद्दीन, छ.ग. राज्य सहकारी आवास संघ के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक, बिल्हा के पूर्व विधायक सियाराम कौशिक, पूर्व महापौर श्रीमती वाणी राव, पूर्व महापौर राजेश पाण्डेय, योग आयोग के सदस्य रविन्द्र सिंह, बिलासपुर आईजी रतनलाल डांगी विशेष रूप से मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्रीमती भेड़िया ने कहा कि वर्तमान में घटती शारीरिक प्रतिरोधकता, तनावयुक्त, व्यस्त जीवन शैली को व्यवस्थित करने में योग का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। समाज के सभी लोगों में योग के प्रति जागरूकता की आवश्यकता है। जिससे हम एक स्वस्थ समाज, प्रदेश और देश के निर्माण में सहयोगी बन सके। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए अपनी दिनचर्या में योग को अनिवार्य रूप से शामिल करने का आव्हान किया। महापौर रामशरण यादव ने कहा कि आज की तनावयुक्त जीवनशैली के लिए योग का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूल के पाठ्यक्रम में योग एक विषय के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। जिससे वर्तमान एवं आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ एवं निरोगी रखा जा सके। छ.ग. आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि योग आयोग निरंतर योग के प्रति लोगों को जागरूक करने की दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने योग आयोग द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। आईजी रतनलाल डांगी ने कहा कि शरीर ही वह साधन है जिससे हम संसार की सभी सुविधाओं का लाभ उठा पाते है। तनावग्रस्त जीवन से उबरने का सर्वाेत्तम माध्यम योग है। कार्यक्रम में मंत्री श्रीमती भेड़िया ने योग संस्थाओं, ब्रम्हकुमारी, आर्ट ऑफ लिविंग, पंतजलि, गायत्री संस्थान एवं शुद्ध योग केंद्र, विश्वविद्यालयों में योग के विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापकों, योगाचार्य सहित योग प्रशिक्षकों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस दौरान स्कूली बच्चों एवं योग प्रशिक्षकों ने योग की विभिन्न मुद्राओं का प्रदर्शन किया।
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