छत्तीसगढपक्षीराज बस संचालक का कारनामा, बिना वैध दस्तावेज के कर रहा था...

पक्षीराज बस संचालक का कारनामा, बिना वैध दस्तावेज के कर रहा था बस संचालन, आरटीओ ने की कार्यवाही

रायपुर। पिछले कई महीनों से बिना किसी वैध दस्तावेज के रायपुर से इलाहाबाद तक दौड़ने वाली पक्षीराज बस अंततः आरटीओ विभाग के अधिकारियों द्वारा बीते रात क्षमता से दोगुना यात्रीयो से भरी बस को जप्त कर थाने में खड़ा कर दिया है, बस में छोटे बड़े कुल मिलाकर लगभग 100 यात्री मौजूद थे जिन्हें उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से जानवरों की तरह ठूस ठूस कर भरकर लाया जा रहा था बस में बैठे मजदूरों ने किसी अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि को अपने ऊपर हो रहे बस मालिक और उसके स्टाफ के द्वारा किए जा रहे अत्याचार की जानकारी दी थी जिसको लेकर उन जनप्रतिनिधि ने आरटीओ को बस पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे.!! बताया जाता है कि यह बस मालिक है अभी भी अवैध तरीके से लगभग एक दर्जन से अधिक बसें छत्तीसगढ़ की विभिन्न सीमाओं से प्रवेश कर राज्य सरकार का हर महीना लाखों रुपए टैक्स चोरी कर रहा है और सभी बसें बिना राज्य सरकार के सहमति बगैर संचालित हो रही है.!!

बस के भौतिक सत्यापन की जरूरत,पंजीयन के दौरान दर्शाए गए सीटिंग दक्षता से जप्त बस में सीट और स्लीपर अधिक.!!

ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश के शहडोल जिले का बस संचालक बड़ी चतुराई से छत्तीसगढ़ का लाखों रुपए महीना टैक्स का गबन कर रहा है इसी क्रम में जिस बस को आरटीओ बिलासपुर में जप्त किया है उसकी सीटिंग कैपेसिटी 28 सीट और 10 स्लीपर मैं पंजीयन कराया है जबकि गाड़ी में 36 सीट एवम लगभग 10 लोगों को अलग से बैठने के लिए छोटे स्लीपर लगाए गए हैं जप्त किए गए वाहन की यदि बारीकी से भौतिक सत्यापन किया जाए तो कई लाख रुपए प्रदेश सरकार को प्राप्त होंगे वही गाड़ी का रतनपुर वाले क्षेत्र का परमिट भी नहीं है,जिसकी शिकायत यात्रियों सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने प्रदेश स्तरीय परिवहन विभाग के आला अधिकारियों से की थी जिसके परिणाम स्वरूप अंततः बिलासपुर आरटीओ के अधिकारियों ने वाहन को जप्त कर थाने में खड़ा कर दिया है..!

 

इस कंपनी की अभी भी एक दर्जन से अधिक बसें प्रदेश में बिना वैध दस्तावेज के हो रही संचलित

 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहडोल का यह बस संचालक बड़े शातिर तरीके से कवर्धा से पुणे, कवर्धा से लखनऊ, कवर्धा से प्रयागराज, अंबिकापुर से प्रयागराज, मनेंद्रगढ़ से प्रयागराज, मनेंद्रगढ़ से बनारस,मनेंद्रगढ़ से शहडोल मनेंद्रगढ़ से रीवा तक एक दर्जन से अधिक बसें बिना राज्य शासन के अनुमति के संचालित कर रहा है जंगल और चोरी वाले रास्ते से घुसकर प्रतिदिन छत्तीसगढ़ सरकार के लाखों रुपए कर चोरी कर रहा है.!!

पक्षीराज बस कुछ दिन पहले कवर्धा के पास हुई थी दुर्घटना ग्रस्त.!!

बस संचालक का मन बढ़ा हुआ है किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से नियमविरुद्ध कार्य करने में इसके हौसले बुलंद हैं बीते दिवस कवर्धा के पास बारात परमिट लेकर उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लेबरों की तस्करी करने के दौरान इस कंपनी की एक बस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी जिसमें काफी लोग चोटिल और मृत भी हुए थे,ऐसी दर्दनाक एवं जानलेवा घटनाओं के बाद भी आज की तारीख में भी बस उसी मार्ग पर डेली सर्विस के तर्ज पर संचालित हो रही है, किंतु कवर्धा पंडरिया के परिवहन अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है,ऐसा प्रतीत होता है छत्तीसगढ़ के परिवहन अधिकारी इस बस संचालक से भयभीत हो गए हैं और कार्यवाही करने से कतरा रहे हैं. या फिर शहडोल की तरफ से भेजे जाना वाला लिफाफा उनको उनके कार्य करने के लिए अवरोध उत्पन्न कर रहा है, इन बसों का बिना किसी वैध दस्तावेज के डेली सर्विस प्रोवाइडर की तरह संचालन करना समझ से परे है.!!!

जिला परिवहन अधिकारी शहडोल की भूमिका संदिग्ध.!

पक्षीराज बस संचालक के ऊपर आरटीओ शहडोल की विशेष कृपा बरस रही है बसों के अवैध संचालन के लिए इनके द्वारा रूट परमिट पर संचालित बसों पर 88.8 और रिजर्व पार्टी परमिट लगातार दिया जा रहा है और यही कारण है कि शहडोल के बस मालिकों के हौसले बुलंद हैं और मध्य प्रदेश के सभी सीमाओं पर शहडोल के बस मालिक नियमों के विरुद्ध धड़ल्ले से बस संचालन कर रहे हैं नियमों के तहत जिन बसों पर रूट परमिट है उन्हें केवल अपने रूट पर ही चलना है क्योंकि जिस रूट पर उसका परमिट है उस रोड पर यात्री उस बस का इंतजार करते हैं और अपने प्लानिंग के तहत जिन कार्यों के लिए वह कहीं आना-जाना करते हैं उसको पूरा कर पाते हैं किंतु इन बसों के अंतर राज्य संचालन के कारण यात्रियों को बसे नहीं मिल पा रही हैं यह सभी बसें अपने मार्ग से हटकर अंतर राज्य संचालन की जा रही है आरटीओ शहडोल नियमों की धज्जियां उड़ा कर रूट परमिट वाली बसों पर भी लगातार 88.8 और रिजर्व पार्टी परमिट दे रहे है.!!

निर्धारित क्षमता से 3,4 गुना मजदूरों की जा रही है तस्करी

लगभग 1 बस में एक सौ बीस से एक सौ पचास लोगों को एक बार में जानवरों की तरह ठूस ठूस कर भरकर लाने ले जाने में महारत प्राप्त पक्षीराज बस संचालक के अधिक पैसे कमाने की चाह ने अमानवीय कृत्य करने के लिए मजबूर कर दिया है बताया जाता है कि बहुत ही कम समय में लगभग 150से अधिक बसें इसके द्वारा पूरे देश में संचालित की जा रही हैं सभी राज्यों में कर चोरी कर करोड़ों कमाने वाले इस संचालक के हौसले बुलंद है अधिकारियों से सौदेबाजी में गोल्ड मेडलिस्ट की डिग्री प्राप्त ये बस मालिक लगातार यह नई बसें खरीद रहा है और छोटे बस संचालकों को बंद कराने की अपनी अंतिम कोशिश कर रहा है और पैसे के बल पर सफल भी हो रहा है.!!!

छत्तीसगढ़ की लगभग एक दर्जन बसें पिछले तीन-चार माह से शहडोल जिले में की गई है जप्त

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा प्रदत वन नेशन वन परमिट के आधार पर संचालित छत्तीसगढ़ के बस पायल,राजधानी, नरेश, आदर्श, प्रयागराज ,रितिका, मनीष कंपनी की रायपुर से रीवा सीधी इलाहाबाद प्रतापगढ़ सुल्तानपुर अयोध्या लखनऊ जाने वाली छत्तीसगढ़ की बसें शहडोल जिले के गोपाहरू थाना में जप्त कर खड़ी की गई है प्रयाग और पक्षीराज बस का मालिक आरटीओ शहडोल और डीएसपी ट्रैफिक को साथ लेकर गोह पारू थाने में रात में जिला प्रशासन पर राजनीतिक दबाव बनवा कर बसों को जप्त करवाया था प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गाड़ियां में यात्री कम थे उन्हें ओवरलोड घोषित करा दिया गया सभी बसों की सवारी अपनी दो बसों में भरकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में भेज दिया गया उस दिन हुए प्रशासनिक प्रताड़ना के शिकार छत्तीसगढ़ के बस मालिकों ने मध्य प्रदेश के अधिकारियों से की किंतु आज दिनांक तक लगभग 1 दर्जन से अधिक बसें शहडोल जिले के विभिन्न थानों में खड़ी है और उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है सवाल यह उठता है कि पक्षीराज और प्रयाग बस मालिको के आगे शहडोल जिला प्रशासन आखिर क्यों नतमस्तक हो गया है.???

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रायपुर। पिछले कई महीनों से बिना किसी वैध दस्तावेज के रायपुर से इलाहाबाद तक दौड़ने वाली पक्षीराज बस अंततः आरटीओ विभाग के अधिकारियों द्वारा बीते रात क्षमता से दोगुना यात्रीयो से भरी बस को जप्त कर थाने में खड़ा कर दिया है, बस में छोटे बड़े कुल मिलाकर लगभग 100 यात्री मौजूद थे जिन्हें उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से जानवरों की तरह ठूस ठूस कर भरकर लाया जा रहा था बस में बैठे मजदूरों ने किसी अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि को अपने ऊपर हो रहे बस मालिक और उसके स्टाफ के द्वारा किए जा रहे अत्याचार की जानकारी दी थी जिसको लेकर उन जनप्रतिनिधि ने आरटीओ को बस पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे.!! बताया जाता है कि यह बस मालिक है अभी भी अवैध तरीके से लगभग एक दर्जन से अधिक बसें छत्तीसगढ़ की विभिन्न सीमाओं से प्रवेश कर राज्य सरकार का हर महीना लाखों रुपए टैक्स चोरी कर रहा है और सभी बसें बिना राज्य सरकार के सहमति बगैर संचालित हो रही है.!! बस के भौतिक सत्यापन की जरूरत,पंजीयन के दौरान दर्शाए गए सीटिंग दक्षता से जप्त बस में सीट और स्लीपर अधिक.!! ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश के शहडोल जिले का बस संचालक बड़ी चतुराई से छत्तीसगढ़ का लाखों रुपए महीना टैक्स का गबन कर रहा है इसी क्रम में जिस बस को आरटीओ बिलासपुर में जप्त किया है उसकी सीटिंग कैपेसिटी 28 सीट और 10 स्लीपर मैं पंजीयन कराया है जबकि गाड़ी में 36 सीट एवम लगभग 10 लोगों को अलग से बैठने के लिए छोटे स्लीपर लगाए गए हैं जप्त किए गए वाहन की यदि बारीकी से भौतिक सत्यापन किया जाए तो कई लाख रुपए प्रदेश सरकार को प्राप्त होंगे वही गाड़ी का रतनपुर वाले क्षेत्र का परमिट भी नहीं है,जिसकी शिकायत यात्रियों सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने प्रदेश स्तरीय परिवहन विभाग के आला अधिकारियों से की थी जिसके परिणाम स्वरूप अंततः बिलासपुर आरटीओ के अधिकारियों ने वाहन को जप्त कर थाने में खड़ा कर दिया है..!   इस कंपनी की अभी भी एक दर्जन से अधिक बसें प्रदेश में बिना वैध दस्तावेज के हो रही संचलित   सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहडोल का यह बस संचालक बड़े शातिर तरीके से कवर्धा से पुणे, कवर्धा से लखनऊ, कवर्धा से प्रयागराज, अंबिकापुर से प्रयागराज, मनेंद्रगढ़ से प्रयागराज, मनेंद्रगढ़ से बनारस,मनेंद्रगढ़ से शहडोल मनेंद्रगढ़ से रीवा तक एक दर्जन से अधिक बसें बिना राज्य शासन के अनुमति के संचालित कर रहा है जंगल और चोरी वाले रास्ते से घुसकर प्रतिदिन छत्तीसगढ़ सरकार के लाखों रुपए कर चोरी कर रहा है.!! पक्षीराज बस कुछ दिन पहले कवर्धा के पास हुई थी दुर्घटना ग्रस्त.!! बस संचालक का मन बढ़ा हुआ है किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से नियमविरुद्ध कार्य करने में इसके हौसले बुलंद हैं बीते दिवस कवर्धा के पास बारात परमिट लेकर उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लेबरों की तस्करी करने के दौरान इस कंपनी की एक बस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी जिसमें काफी लोग चोटिल और मृत भी हुए थे,ऐसी दर्दनाक एवं जानलेवा घटनाओं के बाद भी आज की तारीख में भी बस उसी मार्ग पर डेली सर्विस के तर्ज पर संचालित हो रही है, किंतु कवर्धा पंडरिया के परिवहन अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है,ऐसा प्रतीत होता है छत्तीसगढ़ के परिवहन अधिकारी इस बस संचालक से भयभीत हो गए हैं और कार्यवाही करने से कतरा रहे हैं. या फिर शहडोल की तरफ से भेजे जाना वाला लिफाफा उनको उनके कार्य करने के लिए अवरोध उत्पन्न कर रहा है, इन बसों का बिना किसी वैध दस्तावेज के डेली सर्विस प्रोवाइडर की तरह संचालन करना समझ से परे है.!!! जिला परिवहन अधिकारी शहडोल की भूमिका संदिग्ध.! पक्षीराज बस संचालक के ऊपर आरटीओ शहडोल की विशेष कृपा बरस रही है बसों के अवैध संचालन के लिए इनके द्वारा रूट परमिट पर संचालित बसों पर 88.8 और रिजर्व पार्टी परमिट लगातार दिया जा रहा है और यही कारण है कि शहडोल के बस मालिकों के हौसले बुलंद हैं और मध्य प्रदेश के सभी सीमाओं पर शहडोल के बस मालिक नियमों के विरुद्ध धड़ल्ले से बस संचालन कर रहे हैं नियमों के तहत जिन बसों पर रूट परमिट है उन्हें केवल अपने रूट पर ही चलना है क्योंकि जिस रूट पर उसका परमिट है उस रोड पर यात्री उस बस का इंतजार करते हैं और अपने प्लानिंग के तहत जिन कार्यों के लिए वह कहीं आना-जाना करते हैं उसको पूरा कर पाते हैं किंतु इन बसों के अंतर राज्य संचालन के कारण यात्रियों को बसे नहीं मिल पा रही हैं यह सभी बसें अपने मार्ग से हटकर अंतर राज्य संचालन की जा रही है आरटीओ शहडोल नियमों की धज्जियां उड़ा कर रूट परमिट वाली बसों पर भी लगातार 88.8 और रिजर्व पार्टी परमिट दे रहे है.!! निर्धारित क्षमता से 3,4 गुना मजदूरों की जा रही है तस्करी लगभग 1 बस में एक सौ बीस से एक सौ पचास लोगों को एक बार में जानवरों की तरह ठूस ठूस कर भरकर लाने ले जाने में महारत प्राप्त पक्षीराज बस संचालक के अधिक पैसे कमाने की चाह ने अमानवीय कृत्य करने के लिए मजबूर कर दिया है बताया जाता है कि बहुत ही कम समय में लगभग 150से अधिक बसें इसके द्वारा पूरे देश में संचालित की जा रही हैं सभी राज्यों में कर चोरी कर करोड़ों कमाने वाले इस संचालक के हौसले बुलंद है अधिकारियों से सौदेबाजी में गोल्ड मेडलिस्ट की डिग्री प्राप्त ये बस मालिक लगातार यह नई बसें खरीद रहा है और छोटे बस संचालकों को बंद कराने की अपनी अंतिम कोशिश कर रहा है और पैसे के बल पर सफल भी हो रहा है.!!! छत्तीसगढ़ की लगभग एक दर्जन बसें पिछले तीन-चार माह से शहडोल जिले में की गई है जप्त केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा प्रदत वन नेशन वन परमिट के आधार पर संचालित छत्तीसगढ़ के बस पायल,राजधानी, नरेश, आदर्श, प्रयागराज ,रितिका, मनीष कंपनी की रायपुर से रीवा सीधी इलाहाबाद प्रतापगढ़ सुल्तानपुर अयोध्या लखनऊ जाने वाली छत्तीसगढ़ की बसें शहडोल जिले के गोपाहरू थाना में जप्त कर खड़ी की गई है प्रयाग और पक्षीराज बस का मालिक आरटीओ शहडोल और डीएसपी ट्रैफिक को साथ लेकर गोह पारू थाने में रात में जिला प्रशासन पर राजनीतिक दबाव बनवा कर बसों को जप्त करवाया था प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गाड़ियां में यात्री कम थे उन्हें ओवरलोड घोषित करा दिया गया सभी बसों की सवारी अपनी दो बसों में भरकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में भेज दिया गया उस दिन हुए प्रशासनिक प्रताड़ना के शिकार छत्तीसगढ़ के बस मालिकों ने मध्य प्रदेश के अधिकारियों से की किंतु आज दिनांक तक लगभग 1 दर्जन से अधिक बसें शहडोल जिले के विभिन्न थानों में खड़ी है और उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है सवाल यह उठता है कि पक्षीराज और प्रयाग बस मालिको के आगे शहडोल जिला प्रशासन आखिर क्यों नतमस्तक हो गया है.???
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