दिल्ली में कूड़े की सफाई नहीं होने के विरोध में आज (गुरुवार) स्वाति मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर कूड़ा फेंका। आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए कूड़ा फेंका रहीं थीं। इस दौरान मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया।
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल आज विकासपुरी से 3 गाड़ियों में कूड़ा भरकर आम आदमी पार्टी के नेशनल कन्वीनर अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर पहुंची थी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार राजधानी में सफाई व्यवस्था मुहैया कराने में विफल रही है, इसलिए अब वह अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर कूड़ा फेंक रही है। इसके बाद केजरीवाल के घर के बाहर गाड़ियों में रखा कूड़ा गिराने लगती है।
इसी दौरान दिल्ली पुलिस की महिला जवान पहुंचती है। महिला पुलिसकर्मी स्वाति को कूड़ा फेंकने से मना करते हुए रोकती है। स्वाति मालिवाल के नहीं मानने पर उन्हें हिरासत में लेकर उठाकर थाने ले गई।
पुलिस हिरासत में लिए जाने के दौरान मालीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”आज पूरी दिल्ली कूड़ेदान बन गई है। मैं यहां अरविंद केजरीवाल जी से मिलने पहुंची थी। केजरीवाल पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जनता इन्हें सुधार देगी। मालीवाल ने कहा कि मैं इनके पुलिस से नहीं डरती हूं।
सोशल मीडिया पर कूड़ा फेंकना का किया था ऐलान
इससे पहले स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया पर पहले एक पोस्ट में कहा था कि ‘3 ट्रक भरकर कचरा लेकर केजरीवाल जी के घर पहुंचने वाली हूं, केजरीवाल जी डरना मत, जनता के सामने आना और देखना क्या हाल बनाया है दिल्ली का। विकासपुरी में राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने कहा कि यह विरोध किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है। आज दिल्ली का हाल बेहाल है। दिल्ली का हर कोना गंदा है, सड़कें टूटी हुई हैं और नालियां ओवरफ्लो हो रही हैं। विकासपुरी की महिलाओं ने शिकायत की थी कि सड़क पर कूड़े का ढेर बन गया है और विधायक से शिकायत करने के बावजूद भी कोई इसे साफ करवाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। मैं यहां महिलाओं द्वारा आयोजित सफाई अभियान में भाग लेने आई हूं। हम यह कूड़ा अरविंद केजरीवाल के घर पर लेकर जाएंगे और उनसे पूछेंगे कि उन्होंने दिल्ली के हर इलाके को जो गंदा तोहफा दिया है, उसका क्या करें? उन्होंने कहा कि केजरीवाल अब आम आदमी नहीं रहे, उन्हें दिल्ली की जमीनी हकीकत का कोई अंदाजा नहीं है।