बिलासपुर। कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर ने आज जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर क्षेत्र भ्रमण करने एवं ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन की फ्लैगशीप योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों को अनिवार्य रूप से मिले। अधिकारी, कर्मचारी सक्रिय एवं सतर्क होकर कार्य करें।
मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने सामाजिक सहायता पेंशन, मध्यान्ह भोजन, मनरेगा, पेयजल इत्यादि समस्याओं का त्वरित निराकरण करने एवं ग्राम पंचायत सचिवालय को सक्रिय करने और उसमें अधिक से अधिक ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पटवारी नियमित रूप से अपने क्षेत्रों का भ्रमण करें एवं शिविर लगाकर राजस्व से संबंधित प्रकरणों का अनिवार्य रूप से निपटारा करें। उन्होंने बिगड़े हैंडपंपों के तत्काल मरम्मत के निर्देश पीएचई विभाग को दिए। स्कूलों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, स्वास्थ्य केंद्रों में दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता परखने और निर्धारित मीनू का अनिवार्य रूप से पालन करने पर जोर दिया। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को स्वयं के न्यायालय एवं अपने अधीनस्थ राजस्व न्यायालयों को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए, साथ ही नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन आदि प्रकरणों को तेजी से निराकृत करने कहा। राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को सहायता राशि के भुगतान के संबंध में जानकारी ली।
*जल जीवन मिशन सहित शासन की फ्लैगशीप योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश -*
कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के कार्याें में तेजी लाने कहा। कलेक्टर ने बिजली बिल समस्या के निराकरण के लिए शिविर लगाने विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता को निर्देशित किया। सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के काम सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए। सुपोषण अभियान की सतत् माॅनिटरिंग करने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को दिए। इसी क्रम में कलेक्टर ने राजीव युवा मितान क्लब का गठन, गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी एवं भुगतान, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति एवं आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन, गौठानों में आय मूलक गतिविधियों का संचालन, ग्राम पंचायत सचिवों की उपस्थिति, नल जल योजना का सुचारू संचालन, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग में मैदानी अमलों की उपस्थिति एवं क्षेत्र भ्रमण, खाद एवं बीज उपलब्धता आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की और सभी सेवाओं का सुचारू संपादन सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।