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कुनकुरी के लिए काँग्रेस तैयार कर रही है “मास्टरप्लान”, कुनकुरी पर है काँग्रेस के बड़े नेताओं की नजर, ऐन वक्त में इधर भाजपाई खेमा भी..पढिये पूरी खबर

जशपुर,

मुख्यमन्त्री विष्णुदेव साय के विधानसभा मुख्यालय कुनकुरी का चुनावी माहौल धीरे धीरे रोचक होता जा रहा है। चुनाव का सबसे ज्यादा रोमांच भाजपाई खेमे में देखा जा रहा है। क्योंकि अभी प्रदेश में तो भाजपा की सरकार है ही साथ ही साथ सरकार के सुप्रिमो भी कुनकुरी से हैं इस नाते भाजपा में चुनाव को लेकर भारी गहमा गहमी का दौर देखा जा रहा है। 

नगर पंचायत के चुनाव की घोषणा बहुत जल्द होनी है और कुनकुरी विधानसभा का इकलौता नगरी निकाय क्षेत्र है इस लिहाज है यह सीट काफी अहम है और अध्यक्ष को लेकर दावेदारों की लाईन बड़ी होती जा रही है। हांलाकि भाजपा में अबतक केवल तीन नामों की ही चर्चा है और माना जा रहा है कि उन्ही तीन नामो में से एक नाम पर मूहर लग सकती है। पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुदबल राम यादव, पार्षद राजेश ताम्रकार और राजेंद्र गुप्ता के अलावे तीसरे दावेदार के नाम की चर्चा नहीं हो रही है लेकिन भाजपा के अंदरूनी सूत्र बताते हैं पार्टी ने चौथा विकल्प भी ढूंढ लिया है। आखिरी वक्त में चौथा विकल्प के तौर पर सामने लाया जा सकता है अगर परिस्थितियां अनुकूल नहीं रही तब। अनुकूल परिस्थितियों में उपरोक्त तीनो दावेदारों में से ही एक नाम तय होगा।

वैसे भाजपा काँग्रेस के पत्ते खोलने के इंतजार में है। इसलिए पार्टी के शीर्ष नेताओं की ओर से इस बारे में कुछ भी कहा नहीं जा रहा है। काँग्रेस किस चेहरे को चुनाव मैदान मे उतारती है उसी के मुताबिक भाजपा अपना उम्मीदवार तय करेगी। हांलाकि उपरी तौर पर काँग्रेस का गलियारा सूनसान दिख रहा है। अभी तक काँग्रेस की ओर से पार्टी फोरम में किसी नेता की ओर से अध्यक्ष की दावेदारी नही की गई है ना ही अभी तक किसी ने आवेदन दिया है लेकिन अंदरूनी तौर पर काँग्रेस इस चुनाव को लेकर काफी सीरियस है और बड़ी रणनीति तैयार करने में लगी है। इस सीट पर काँग्रेस के शीर्ष नेताओं की नजर है और खबर यह है कि काँग्रेस आखिरी वक्त में कुछ बड़ा खेल करेगी इसलिये काँग्रेस के नेता अभी बिल्कुल खामोश हैं। मुख्यमन्त्री के गृह मुख्यालय होने के नाते काँग्रेस इस सीट को हर हाल में जीतने का मास्टर प्लान बना रही है। आखिरी समय मे सब क्लियर होगा तब तक भाजपा भी अपना पत्ता नहीं खोलने वाली। जाहिर है ऐसे में दावेदारों की लाईन बढ़ती जाएगी और चुनाव का रोमांच बढ़ता जाएगा।

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जशपुर, मुख्यमन्त्री विष्णुदेव साय के विधानसभा मुख्यालय कुनकुरी का चुनावी माहौल धीरे धीरे रोचक होता जा रहा है। चुनाव का सबसे ज्यादा रोमांच भाजपाई खेमे में देखा जा रहा है। क्योंकि अभी प्रदेश में तो भाजपा की सरकार है ही साथ ही साथ सरकार के सुप्रिमो भी कुनकुरी से हैं इस नाते भाजपा में चुनाव को लेकर भारी गहमा गहमी का दौर देखा जा रहा है।  नगर पंचायत के चुनाव की घोषणा बहुत जल्द होनी है और कुनकुरी विधानसभा का इकलौता नगरी निकाय क्षेत्र है इस लिहाज है यह सीट काफी अहम है और अध्यक्ष को लेकर दावेदारों की लाईन बड़ी होती जा रही है। हांलाकि भाजपा में अबतक केवल तीन नामों की ही चर्चा है और माना जा रहा है कि उन्ही तीन नामो में से एक नाम पर मूहर लग सकती है। पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुदबल राम यादव, पार्षद राजेश ताम्रकार और राजेंद्र गुप्ता के अलावे तीसरे दावेदार के नाम की चर्चा नहीं हो रही है लेकिन भाजपा के अंदरूनी सूत्र बताते हैं पार्टी ने चौथा विकल्प भी ढूंढ लिया है। आखिरी वक्त में चौथा विकल्प के तौर पर सामने लाया जा सकता है अगर परिस्थितियां अनुकूल नहीं रही तब। अनुकूल परिस्थितियों में उपरोक्त तीनो दावेदारों में से ही एक नाम तय होगा। वैसे भाजपा काँग्रेस के पत्ते खोलने के इंतजार में है। इसलिए पार्टी के शीर्ष नेताओं की ओर से इस बारे में कुछ भी कहा नहीं जा रहा है। काँग्रेस किस चेहरे को चुनाव मैदान मे उतारती है उसी के मुताबिक भाजपा अपना उम्मीदवार तय करेगी। हांलाकि उपरी तौर पर काँग्रेस का गलियारा सूनसान दिख रहा है। अभी तक काँग्रेस की ओर से पार्टी फोरम में किसी नेता की ओर से अध्यक्ष की दावेदारी नही की गई है ना ही अभी तक किसी ने आवेदन दिया है लेकिन अंदरूनी तौर पर काँग्रेस इस चुनाव को लेकर काफी सीरियस है और बड़ी रणनीति तैयार करने में लगी है। इस सीट पर काँग्रेस के शीर्ष नेताओं की नजर है और खबर यह है कि काँग्रेस आखिरी वक्त में कुछ बड़ा खेल करेगी इसलिये काँग्रेस के नेता अभी बिल्कुल खामोश हैं। मुख्यमन्त्री के गृह मुख्यालय होने के नाते काँग्रेस इस सीट को हर हाल में जीतने का मास्टर प्लान बना रही है। आखिरी समय मे सब क्लियर होगा तब तक भाजपा भी अपना पत्ता नहीं खोलने वाली। जाहिर है ऐसे में दावेदारों की लाईन बढ़ती जाएगी और चुनाव का रोमांच बढ़ता जाएगा।
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