छत्तीसगढअकलतराप्रचार करें मुफ्त में या फिर दम है तो हटाकर दिखाओ...

प्रचार करें मुफ्त में या फिर दम है तो हटाकर दिखाओ…

चांपा,

जी हां आप सही समझ रहे हैं नगर पालिका परिषद चांपा के द्वारा कार्रवाई के नाम पर सिर्फ छलावा किया जा रहा है। नगर के सबसे व्यस्ततम क्षेत्र परशुराम चैक में लगे अस्थायी फ्लेक्स बोर्ड शायद यही अंदाज बयां कर रहे है। परशुराम चैक लगातार व्यस्त क्षेत्रों में शुमार हो रहा है जिसके चलते नगर के राजनीतिक, व्यवसायी या फिर अन्य लोग बांस के सहारे अस्थायी खंभा लगाकर अपना प्रचार करते रहते है।

लेकिन उस रोड से रोजाना नगर पालिका परिषद के अधिकारी और कर्मचारी गुजरते रहते हैं लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। वहीं जब इस विषय में जानना चाहा गया तो यह पता चला कि यह अस्थायी खंभा लगाकर कई लोग अपना प्रचार करते है जिस पर नगर पालिका द्वारा कोई भी राजस्व नहीं वसूला जाता, बल्कि जप्ती की कार्रवाई की जाती है। लेकिन बीते कुछ समय से यह प्रक्रिया भी विलुप्त हो चुकी है। जिसके कारण कोई भी व्यक्ति इस व्यस्ततम क्षेत्र में अपना प्रचार प्रसार बिल्कुल मुफ्त में कर सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि नगर पालिका परिषद के अधिकारी कर्मचारी इस विषय को गंभीरता से लेते है या यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा।

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चांपा, जी हां आप सही समझ रहे हैं नगर पालिका परिषद चांपा के द्वारा कार्रवाई के नाम पर सिर्फ छलावा किया जा रहा है। नगर के सबसे व्यस्ततम क्षेत्र परशुराम चैक में लगे अस्थायी फ्लेक्स बोर्ड शायद यही अंदाज बयां कर रहे है। परशुराम चैक लगातार व्यस्त क्षेत्रों में शुमार हो रहा है जिसके चलते नगर के राजनीतिक, व्यवसायी या फिर अन्य लोग बांस के सहारे अस्थायी खंभा लगाकर अपना प्रचार करते रहते है। लेकिन उस रोड से रोजाना नगर पालिका परिषद के अधिकारी और कर्मचारी गुजरते रहते हैं लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। वहीं जब इस विषय में जानना चाहा गया तो यह पता चला कि यह अस्थायी खंभा लगाकर कई लोग अपना प्रचार करते है जिस पर नगर पालिका द्वारा कोई भी राजस्व नहीं वसूला जाता, बल्कि जप्ती की कार्रवाई की जाती है। लेकिन बीते कुछ समय से यह प्रक्रिया भी विलुप्त हो चुकी है। जिसके कारण कोई भी व्यक्ति इस व्यस्ततम क्षेत्र में अपना प्रचार प्रसार बिल्कुल मुफ्त में कर सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि नगर पालिका परिषद के अधिकारी कर्मचारी इस विषय को गंभीरता से लेते है या यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
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