दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां योजना बना रहे हैं. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने चुनाव में गठबंधन की संभावना को स्पष्ट कर दिया है. उनका दावा था कि हम दिल्ली की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. कोई गठबंधन नहीं होगा. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “हम सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. हमारे जीतने के बाद हमारा नेता चुना जाएगा. दिल्ली में भी यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी. कोई गठबंधन नहीं होगा.” दिल्लीवासी आम आदमी पार्टी और BJP के कुशासन से नाराज हैं.
उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद नेता का चुनाव होगा, जैसा कि कांग्रेस पार्टी में होता है, और मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर उन्होंने कहा कि इस बारे में चुनाव के बाद निर्णय लिया जाएगा. देवेंद्र यादव के बयान से लगभग स्पष्ट हो गया है कि पार्टी आगामी चुनावों में ‘एकला चलो’ की रणनीति को अपनाते हुए अपनी खोई हुई सियासी भूमि मजबूत करने की कोशिश करेगी.
मंत्री गोपाल राय ने देवेंद्र यादव के बयान पर दी प्रतिक्रिया
दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा, ” देश की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए इंडिया अलायंस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन है. जहां तक दिल्ली की बात है तो यहां आम आदमी पार्टी का गठबंधन दिल्ली की जनता के साथ है. जनता के लिए हम काम करते हैं और दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल के साथ है.”
इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में हाल में हुए लोकसभा चुनाव में मिलकर चुनाव लड़ा था. AAP ने सात में से चार सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे और कांग्रेस ने तीन सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन दोनों दल एक भी सीट नहीं जीत सके. सभी 7 सीटों पर BJP ने जीत हासिल की.
2020 में क्या थे विधानसभा चुनाव के नतीजे?
2020 में दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) ने शानदार जीत हासिल की थी. AAP ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि बीजेपी को आठ सीटें मिलीं. 15 फरवरी 2025 को दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा.