छत्तीसगढअकलतरागांव की बेटी किरण राजपूत ने हासिल किया चौथा स्थान,

गांव की बेटी किरण राजपूत ने हासिल किया चौथा स्थान,

रायपुर,

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) ने राज्य सेवा परीक्षा-2023 का परिणाम गुरुवार रात जारी कर दिया है, जिसमें मुंगेली जिला के लोरमी तहसील के नवागांव वेंकट की बेटी किरण राजपूत ने टॉप-4 में जगह बनाकर गांव और परिवार का नाम रोशन किया है. इस दौरान उन्होंने अपनी उपलब्धि के पीछे कड़ी मेहनत की जानकारी साझा की.

किरण राजपूत ने बताया कि इसके पहले एक बार और उन्होंने परीक्षा दिया था लेकिन उसमें इंटरव्यू क्लियर नहीं हुआ था. वह इंटरव्यू में केवल 15 नंबर से चूक गई थीं. किरण का कहना है कि उनकी पढ़ाई के लिए कोई टाइम टेबल नहीं था. जब समय मिले, जब मन करे पढ़ती थी. पहले कोचिंग की थी, फिर कोचिंग करने के बाद सेल्फी स्टडी की. सोशल मीडिया से करंट अफेयर्स का बहुत मदद मिला, उसी से उन्होंने तैयारी की. उन्होंने बताया PSC की तयारी के लिए घर-परिवार का बहुत मदद मिला. किरण की मम्मी पापा सिर्फ पढ़ने के लिए बोलते थे. उनके नाना -नानी, मामा-मामी सभी पढाई में बहुत मदद किए.

किरण ने कहा कि CGPSC मेरी यात्रा का पहला पड़ाव है. चयन के बाद भी मेरी पढ़ाई जारी रहेगी. किरण का सपना IAS बनने का है और अब UPSC की तैयारी में जुट गईं हैं.

पिता ने कहा- मेरी बेटी ने मेरा नाम रोशन किया

किरण के पिता पंचम राजपूत ने अपनी बेटी की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि मेरी बेटी मेरा नाम रोशन कर दी. पढ़ाई में पहले से होशियार थी. हमेशा स्कूल-कॉलेज में टॉप करती थी. इस साल मैं इसी का खेती किया हूं. बिलासपुर में रह कर पढ़ाई कर रही थी लेकिन खाना रोज 70 किलोमीटर दूर घर से जाता था. कहीं से भी किसी भी प्रकार से कमी हमने होने नहीं दिए. उन्होंने बताया हमने अपना बेस्ट दिया वो भी अपना बेस्ट दी. मेरे लिए गौरव का पल है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest News

रायपुर, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) ने राज्य सेवा परीक्षा-2023 का परिणाम गुरुवार रात जारी कर दिया है, जिसमें मुंगेली जिला के लोरमी तहसील के नवागांव वेंकट की बेटी किरण राजपूत ने टॉप-4 में जगह बनाकर गांव और परिवार का नाम रोशन किया है. इस दौरान उन्होंने अपनी उपलब्धि के पीछे कड़ी मेहनत की जानकारी साझा की. किरण राजपूत ने बताया कि इसके पहले एक बार और उन्होंने परीक्षा दिया था लेकिन उसमें इंटरव्यू क्लियर नहीं हुआ था. वह इंटरव्यू में केवल 15 नंबर से चूक गई थीं. किरण का कहना है कि उनकी पढ़ाई के लिए कोई टाइम टेबल नहीं था. जब समय मिले, जब मन करे पढ़ती थी. पहले कोचिंग की थी, फिर कोचिंग करने के बाद सेल्फी स्टडी की. सोशल मीडिया से करंट अफेयर्स का बहुत मदद मिला, उसी से उन्होंने तैयारी की. उन्होंने बताया PSC की तयारी के लिए घर-परिवार का बहुत मदद मिला. किरण की मम्मी पापा सिर्फ पढ़ने के लिए बोलते थे. उनके नाना -नानी, मामा-मामी सभी पढाई में बहुत मदद किए. किरण ने कहा कि CGPSC मेरी यात्रा का पहला पड़ाव है. चयन के बाद भी मेरी पढ़ाई जारी रहेगी. किरण का सपना IAS बनने का है और अब UPSC की तैयारी में जुट गईं हैं.

पिता ने कहा- मेरी बेटी ने मेरा नाम रोशन किया

किरण के पिता पंचम राजपूत ने अपनी बेटी की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि मेरी बेटी मेरा नाम रोशन कर दी. पढ़ाई में पहले से होशियार थी. हमेशा स्कूल-कॉलेज में टॉप करती थी. इस साल मैं इसी का खेती किया हूं. बिलासपुर में रह कर पढ़ाई कर रही थी लेकिन खाना रोज 70 किलोमीटर दूर घर से जाता था. कहीं से भी किसी भी प्रकार से कमी हमने होने नहीं दिए. उन्होंने बताया हमने अपना बेस्ट दिया वो भी अपना बेस्ट दी. मेरे लिए गौरव का पल है.
error: Content is protected !!